राजस्थानी को जल्द मिले मान्यता-कमल रंगा
NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। राजस्थानी को जल्द मिले मान्यता-कमल रंगा, राजस्थानी के वरिष्ठ साहित्यकार कमल रंगा ने कहा कि करोड़ कंठों की जन भावना राजस्थानी को अब शीघ्र मान्यता मिलनी चाहिए।
रंगा शुक्रवार को प्रज्ञालय संस्थान और राजस्थानी युवा लेखक संघ की ओर से इटालियन विद्वान राजस्थानी पुरोधा डॉ. एल.पी. टैस्सीटोरी की जयंती पर आयोजित तीन दिवसीय ओळू समारोह के तीसरे दिन पर हुई प्रभात फेरी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रज्ञालय संस्थान और राजस्थानी युवा लेखक संघ गत 5 दशकों की अपनी निरंतरता में राजस्थानी मान्यता की बात को हर स्तर पर पूर्व की भांति उठाते हुए अपना अहिंसात्मक आंदोलन जारी रखेगी। रंगा ने मती करौ अबै थे राजस्थानी सागै खिलवाड़, खोल दो अबै राजस्थानी मान्यता रा किवाड़ उदघोष भी किया।
इससे पूर्व राजस्थानी मान्यता की मांग के समर्थन में शुक्रवार सुबह 9 बजे नालंदा स्कूल परिसर स्थित सृजन सदन से प्रभात फेरी कार्यक्रम शुरू किया गया। प्रभात फेरी मूंधड़ा बगेची रोड से नत्थूसर गेट, गोकुल सर्किल, पुष्करणा स्टेडियम के आगे से एवं शहर के कुछ अंदरूनी हिस्से के कई चौकऔर गलियों में होकर गुजरी व पुन: सृजन सदन पहुंची।
प्रभात फैरी में शामिल युवक राजस्थानी मान्यता के समर्थन में बैनर लिए हुए थे। प्रभात फेरी में हरिनारायण आचार्य, राजेश रंगा, विप्लव व्यास, योगेश व्यास राजस्थानी, पुनीत कुमार रंगा, भवानी सिंह, अशोक शर्मा, आशीष रंगा, महावीर स्वामी, सुनील व्यास, घनश्याम, तोलाराम एवं नवनीत व्यास आदि शामिल हुए।
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