एमजीएसयू में ट्रांसफर्मेटिव जर्नी ऑफ भारत डयूरिंग लास्ट डेकेड्स विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी शनिवार से
NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। ट्रांसफर्मेटिव जर्नी ऑफ भारत डयूरिंग लास्ट डिकेडश विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन शनिवार 20 जनवरी को सुबह 10.30 बजे महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय (एमजीएसयू) बीकानेर के मुख्य ऑडिटोरियम में होगा।
एमजीएसयू मीडिया प्रभारी डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि संगोष्ठी की अध्यक्षता एमजीएसयू कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित करेंगे। संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक होंगे। डॉ. मेघना ने बताया कि संगोष्ठी में मुख्य वक्तव्य प्रो. संजीव कुमार शर्मा, संयुक्त सचिव, भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद् देंगे।
हिन्दू काशी विश्वविद्यालय बनारस के आचार्य प्रो. कौशल किशोर मिश्रा संगोष्ठी में विशिष्ट अतिथि होंगे। उन्होंने बताया कि एमजीएसयू तथा भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद की ओर से आयोजित इस राष्ट्रीय संगोष्ठी के प्रथम दिन उद्घाटन समारोह के बाद चार तकनीकी सत्र आयोजित होंगे।
दो दिन में चार-चार तकनीकी सत्र होंगे
चार तकनीकी सत्रों में प्रथम सत्र में सशक्त भारत के लिए महिला सशक्तिकरण, राष्ट्रीय शिक्षा नीति: भारत विश्वगुरू की ओर, भारतीय विदेश नीति एवं कूटनीति, पर्यावरण एवं जलवायु संरक्षण तथा दूसरे दिन भी चार तकनीकी सत्र में विकसित भारत 2047 भविष्य की संभावनाएं, आत्मनिर्भर भारत में युवाओं की आकाक्षाएं, सामाजिक कल्याण योजनाएं एवं सामवेशी सरकार तथा डिजिटल भारत एवं प्रौद्योगिकी नवाचार विषय पर चर्चा होगी।
राजनीति विज्ञान परिषद का 61वां अधिवेशन भी होगा
उन्होंने बताया कि संगोष्ठी के अलावा भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद का 61वां अधिवेशन भी एमजीएसयू परिसर में आयोजित होगा। डॉ. मेघना ने बताया कि संगोष्ठी में राजनीति विज्ञान एवं लोक प्रशासन विषय से संबंधित राष्ट्रीय स्तर के शिक्षाविद् सम्मिलित हो रहे है। उन्होंने बताया कि संगोष्ठी का समापन समारोह 21 जनवरी को होगा।
प्रभारी अधिकारी बनाए
संगोष्ठी के संचालन हेतु विवि कुलसचिव अरूण प्रकाश शर्मा, आयोजन सचिव डॉ. बबिता जैन, डॉ. बजरंग सिंह राठौड़, प्रो. नरेन्द्र नाथ, प्रो. साधना भण्डारी, डॉ. धर्मेश हरवानी, प्रो. शशि वर्मा, प्रो. सुनीता गोयल, डॉ. संदीप महला, डॉ. प्रवीण खत्री, डॉ. गजानन्द शर्मा, डॉ. अमृता सिंह, प्रो. नीलमणि गुप्ता, प्रो. नूरजहा, प्रो. महेश रचियता, प्रो. धीरज बाकोलिया, डॉ. सिद्धार्थ राव, प्रो. अच्छन राठौड़ आदि को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
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