बीकानेर में एससी-एसटी अत्याचार के दो दर्जन मामले पेण्डिग
कलक्टर बोले, जांच में लाई जाए तेजी
बीकानेर, (समाचार सेवा)। बीकानेर में एससी-एसटी अत्याचार के दो वर्ष से अधिक के 7 मामले व दो माह से अधिक के 17 मामले पेण्डिग, जिले में एससी-एसटी के कुल 49 प्रकरणों का अनुसंधान होना शेष है। इनमें दो वर्ष से अधिक के 7 मामले तथा दो माह से अधिक के 17 मामले पेण्डिग है।
यह जानकारी मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को आयोजित बैठक में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एल.डी.पंवार ने दी। उन्होंने ने बताया कि उक्त मामलों का अनुसंधान होने पर सक्षम न्यायालय में पेश किया जाना है।
पंवार ने बताया कि इसके अलावा नये मामलों में पुलिस थाना स्तर पर 9 प्रकरण लम्बित है। जिसमें से पुलिस थाना नोखा के 03, पुलिस थाना सदर व महाजन के दो-दो तथा लूणकरनसर व दंतौर थाना के एक-एक प्रकरण लम्बित है।
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा अनुसूचित जाति के 80 लोगों को 61.25 लाख और अनुसूचित जन जाति के 7 लोगों को 4.25 लाख रूपये की सहायता दी गई है। कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में अनुसूचित जाति अनुसूचित-जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत लंबित प्रकरणों की समीक्षा की गई।
बैठक में कार्यवाहक जिला पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह इंदौलिया,सीओ एस.सी.एस.टी सेल ओम प्रकाश चैधरी, विशिष्ठ लोक अभियोजक कुन्दन व्यास, अभियोजन से एडीपी गजेन्द्र सिंह उपस्थित थे।
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