चीन की सीमा चीन की दीवार तक, बाकी सब है कब्जाई हुई जमीन- सुधा आचार्य
NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। भारत तिब्बत सहयोग मंच के प्रकृति संरक्षण प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय सह संयोजिका सुधा आचार्य ने कहा कि चीन की सीमा चीन की दीवार तक ही है बाकी सब उसकी साम्राज्यवादी नीति के कारण कब्जाई हुई जमीन है।
सुधा आचार्य डॉ. इंद्रेश कुमार के मार्गदर्शन में कार्य कर रहे गैर राजनीतिक संगठन भारत तिब्बत सहयोग मंच की ओर से आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि तिब्बत की आजादी भारत की सुरक्षा है।
चीन की साम्राज्यवादी नीति को रोकने के लिए प्रत्येक भारतीय को सतत प्रयास करना होगा। श्रीमती आचार्य ने कहा कि भारत कभी भी किसी भी राष्ट्र के संवैधानिक अधिकारों का हनन नहीं करता है परंतु यदि चीन तिब्बत की स्वतंत्रता का हनन करता है तो भारत तिब्बत की स्वतंत्रता हेतू कटिबद्ध है।
सीमा को बचाना प्रत्येक भारतीय का राष्ट्रीय दायित्व
इसलिए भारत की सीमा को बचाना प्रत्येक भारतीय का नैतिक और राष्ट्रीय दायित्व है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते स्वयंसेवक ओम सोनगरा ने कहा कि भारत तिब्बत सहयोग मंच का दृष्टिकोण समान रूप से सभी के अधिकारों की रक्षा करना है। मंच पदाधिकारी पवन दास चरण ने कहा कि तिब्बत की आजादी सर्वोपरि होनी चाहिए इसी उद्देश्य को लेकर मंच कार्य कर रहा है।
दिलीप पुरी के नेतृत्व में संगोष्ठी का आयोजन
वक्ताओं ने यह संदेश देने का प्रयास किया कि भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमा को बचाना भी अति आवश्यक है। युवा विभाग अध्यक्ष मुकेश बन ने धन्यवाद दिया। इससे पूर्व भारत तिब्बत सहयोग मंच के बीकानेर जिले के उपाध्यक्ष दिलीप पुरी के नेतृत्व में संगोष्ठी आयोजन के साथ ही अनेक चिड़िया महल लगाए गए। पौधारोपण का कार्य संपन्न किया गया। पक्षियों हेतु परिण्डे भी लगाए गए।
ये पदाधिकारी रहे शामिल
कार्यक्रम में डॉ. सूर्य प्रकाश, संतोष वर्मा, नरेंद्र सिंह भाटी, पूनम सिंह ज्योति चांगरा, धनपत मारू, हिमांशु जैन, हरीश भोजक, सदस्य सचिन कुमार, यश शर्मा, संदीप शर्मा, कुलदीप प्रजापत, मनीष ढाका, प्रदीप कुमार, मनोज प्रजापत, गणेश सिंह, भरत सिंह, अनिल गिरी किशन शर्मा पार्षद भगवती प्रसाद गौड़, पवनदान चारण, निशा पांडे, मोनिका पांडे आदि उपस्थित रहे।
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