बीकानेर, जयपुर व जोधपुर में बनेगा खादी प्लाजा
बीकानेर, (समाचार सेवा)। बीकानेर में बनेगा खादी प्लाजा।राजस्थान खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष जसवंत सिंह विश्नोई ने कहा कि खादी उत्पादों की बेहतरीन मार्केटिंग हो सके, इसके लिए बीकानेर सहित तीन स्थानों पर खादी प्लाजा बनाए जाएंगे।
विश्नोई सोमवार 28 मई को रानी बाजार स्थित ऊनी खादी ग्रामोद्योग संस्थान में बीकानेर क्षेत्रा की खादी संस्थाओं-समितियों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में बीकानेर, जयपुर व जोधपुर में खादी प्लाजा बनाए जाएंगे। अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त प्लाजा के माध्यम से खादी की सभी संस्थाओं के उत्पादों का एक ही स्थान पर प्रदर्शन व विक्रय हो सकेगा।
इन उत्पादों को व्यापक बाजार उपलब्ध हो सकेगा, जिससे इनकी बिक्री बढे़गी। उन्होंने खादी ग्रामोद्योग आयोग के निदेशक को निर्देश दिये कि बीकानेर में खादी प्लाजा हेतु उपयुक्त स्थान चिन्ह्ति किया जाए, जिससे इसका निर्माण कार्य शीघ आरंभ हो सके। उन्होंने कहा कि ऊन व खादी क्षेत्रा में देश-प्रदेश में बीकानेर का महत्त्वपूर्ण स्थान है।
विश्नोई ने बताया कि निष्क्रिय व बन्द पड़ी खादी संस्थाओं को चालू करवाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ऐसी खादी संस्थाएं, जो नाममात्रा के लिए संचालित हैं व अपेक्षित कार्य नहीं कर रही हैं, वे सुचारू रूप से कार्य आरंभ कर दें, अन्यथा खादी बोर्ड भवनों में, उनके स्थान पर खादी क्षेत्रा में बेहतरीन काम करने वाली संस्थाओं को मौका दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्रों को खादी संस्थाओं द्वारा संचालित किये जाने की कार्ययोजना बनाई जाएगी, साथ ही मनरेगा श्रमिकों को भी इस प्रशिक्षण से जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि परम्परागत कतिन बुनकरों को उनका पारिश्रमिक, नकद रूप से दिलवाने के लिए प्रयास किए जाएंगे।
विश्नोई ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा खादी को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। खादी के माध्यम से रोजगार के अधिकाधिक अवसर पैदा हों, इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने खादी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि खादी संस्थाओं की विभिन्न समस्याओं का प्राथमिकता से निस्तारण किया जाए तथा लम्बित प्रकरणों को अभियान चलाकर निस्तारित किया जाए।
खादी ग्रामोद्योग आयोग के निदेशक बी एल मीना ने कहा कि खादी के माध्यम से दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराने के साथ-साथ सामाजिक समरसता भी कायम की जा रही है। उन्होंने कहा कि खादी उत्पादों की अधिकाधिक सरकारी खरीद होने पर इसे बढ़ावा मिलेगा, इससे उत्पादन अधिक होने पर रोजगार बढे़गा जिसका लाभ खादी संस्थाओं को मिलेगा।
इस अवसर पर विभिन्न खादी संस्थाओं द्वारा विश्नोई का अभिनंदन किया गया। बैठक में खादी बोर्ड के संभागीय अधिकारी शिशुपाल सिंह, शेखर भार्गव, इन्दुभूषण गोयल, श्रीकिशन व्यास, रामेश्वर लाल बिश्नोई, जवाहर सेठिया, बाबूराम ज्याणी, हजारी देवड़ा सहित विभिन्न खादी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन भगवती प्रसाद पारीक ने किया।
किया निरीक्षण-
बोर्ड अध्यक्ष ने महात्मा गांधी रोड स्थित खादी बोर्ड बिक्री भंडार का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां बिक्री की जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि खादी के विभिन्न उत्पादों का आकर्षक ढंग से डिस्प्ले किया जाए, साथ ही साफ-सफाई के पुख्ता इन्तजाम किए जाएं। उन्होंने रायसर में ग्राम स्वराज्य समिति, खादी बोर्ड के रानीबाजार व औद्योगिक क्षेत्रा स्थित केन्द्रों का अवलोकन भी किया।
बताई समस्याएं-
बोर्ड अध्यक्ष को खादी ग्रामोद्योग विकास फेडरेशन की ओर से दिए गए ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि खादी बिक्री पर दी जाने वाली रिबेट पुनः 10 प्रतिशत की जाए, खादी की सरकारी खरीद में बढ़ोतरी की जाए, ऐसी खादी संस्थाएं जिनके खुद के बिक्री भण्डार नहीं हैं, उन्हें भण्डार खोलने के लिए सहायता राशि उपलब्ध करवाई जाए व परम्परागत कतिनों को नकद भुगतान करने की छूट दी जाए। बोर्ड अध्यक्ष ने इन समस्याओं के नियमानुसार समाधान का आश्वासन दिया।
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