रूठे भगवान श्री जगन्नाथ जी स्वामी वापस अपने धाम पहुंचे
बीकानेर, (समाचार सेवा)। रूठे भगवान श्री जगन्नाथ जी स्वामी मंगलवार को वापस अपने धाम पहुंचे। भगवान जगन्नाथ महाप्रभु गर्भ स्थान से बाहर आकर सुसज्जित रथ पर विराजे और भक्तों ने हर रोज बाहर से दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया।
करोना काल को देखते हुए इस वर्ष भी शोभायात्रा नहीं निकली। भक्तों ने बाहर से ही प्रभु के दर्शन किए। श्रीजगन्नाथ जी की रथ यात्रा की वापसी पर आरती संगीतमय भजन कीर्तन हुआ। सायंकाल महारती आयोजित हुई महाप्रसाद का वितरण किया गया।
श्री जगन्नाथ मंदिर ट्रस्ट द्वारा शीतल शरबत भक्तों को वितरित किया गया। ब्राह्मण भोज, कन्या भोज और महाप्रसाद के वितरण के साथ ही रथयात्रा महोत्सव का समापन हुआ। बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल की ओर से मंदिर आने वाले सभी भक्तों को शुद्ध देसी घी की बूंदी वितरित की।
हिंदुओं के प्रसिद्ध चारों धाम में से एक भगवान श्रीजगन्नाथ जी की शुक्ल पक्ष की एकादशी पर वापसी-भगवान श्रीजगन्नाथ स्वामी वापस अपने धाम पहुंचे। भगवान जगन्नाथ स्वामी जी के रथ यात्रा महोत्सव के तहत कोटगेट स्थित श्रीजगन्नाथ मंदिर में 12 जुलाई को महोत्सव शुरू हुआ।
इसके साथ ही लगातार नौ दिनों तक धार्मिक आयोजनों का सिलसिला निरंतर जारी रहा। बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल के मुख्य संरक्षक शिवरतन अग्रवाल फन्ना बाबू की तरफ से 9 दिनों तक लगातार श्री जगन्नाथ मंदिर में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
श्रीजगन्नाथ मंदिर समिति के घनश्याम लखाणी, देवशंकर, अनील सोनी झूमर सा, सोनू राजआसुदानी मंदिर परिसर में उपस्थित रहे।
Share this content: