एसओजी ने किया लीलाधर सोनी हत्याकांड का खुलासा, पूर्व सरपंच गिरफ्तार
उषा जोशी
बीकानेर, (समाचार सेवा)। एसओजी ने किया लीलाधर सोनी हत्याकांड का खुलासा, पूर्व सरपंच गिरफ्तार। राज्य पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने बीकानेर संभाग के हनुमानगढ़ जिले के रावतसर क्षेत्र निवासी प्रेम कुमार के हत्याकांड के खुलासे के बाद अब इसी इलाके के लीलाधर सोनी हत्या कांड का भी खुलासा कर दिया है।
पुलिस के अनुसार लीलाधर सोनी वह आदमी था जो प्रेमकुमार के हत्यारों को जानता था इसी कारण लीलाधर को भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। राज्य के एंटी टेरिरिस्ट स्क्वाड (एटीएस) तथा स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस ने रविवार को मीडिया को बताया है कि प्रेमकुमार हत्याकांड के आरोपी हरवीर सहारण से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के अनुसार एसओजी पुलिस ने रविवार को लीलाधर सोनी हत्याकांड मामले में शामिल सहयोगी ग्राम पंचायत पोहडका के पूर्व सरपंच व रावतसर निवासी ओमप्रकाश गोदारा पुत्र स्वं. चुन्नीराम गोदारा उम्र 54 साल को गिरफ्तार किया है।
इस मामले में आईजी एसओजी दिनेश एम एन ने बताया कि प्रेमकुमार हत्याकांड के मामले में पुलिस रिमाण्ड पर चले रहे आरोपी हरवीर सहारण ने अनुसंधान के दौरान 30 अप्रैल 2002 में रावतसर में लीलाधर सोनी की भी हत्या, सहायोगियों के साथ करना कबूल किया है। पूछताछ में हरवीर सहारण ने बताया कि उसने सहयोगी ओमप्रकाश गोदाराव अन्य के साथ लीलाधर सोनी का अपहरण करवा कर गर्दन मरोड कर उसकी हत्या कर दी और लाश को खेतावाली ढाणी के पास इंदिरा गांधी नहर में डाल दिया।
आरोपी हरवीर ने पुलिस को बताया कि मृतक लीलाधर सोनी के पिताजी बद्रीप्रसाद से हरवीर ने 36 बीघा जमीन ग्राम पोहडका रावतसर में खरीदी थी। जिसके पेटे 50 हजार रूपये बकाया थे। जिनको लेने के लिये मृतक लीलाधर सोनी हरवीर के पास 30 अप्रैल 2002 को आया था।
जिसके लिये वह बार बार एसटीडी/पीसीओ से फोन करके धमका रहा था कि उसके बकाया पैसे दे दे, नही तो वह सबको बताएगा कि तुने प्रेमकुमार कालीरावणा की हत्या की है। इस बात के डर से हरवीर सहारण ने अपने दो साथियों के द्वारा मिलकर लीलाधर सोनी का अपहरण करवा कर गर्दन मरोड कर हत्या कर दी और लाश को खेतावाली ढाणी के पास इन्द्रा गॉधी (राजस्थान कैनाल) नहर में डाल दिया।
रविवार को गिरफ्तार आरोपी गोदारा ने पूछताछ पर घटना में शामिल होना स्वीकार किया है। उसे सोमवार को संबंधित न्यायालय में पेश किया जायेगा।
ये है पूरा घटनाक्रम
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एटीएस एवं एसओजी ने बताया कि 9 अप्रैल 2003 को हनुमानगढ़ जिले के परबतसर क्षेत्र में रावतसर थाना क्षे। निवासी श्रीमती नोरा देवी जाट ने परिवाद दिया था। इस परिवाद में नोरा देवी ने बताया कि उसका बेटा प्रेमकुमार उम्र 30 वर्ष 9 नवंबर 2011 से गायब है।
इस बारे में रावतसर थाने में 18 नवंबर 2011 को गुमशुदगी भी दर्ज करा दी गई थी। परिवाद में नोरा देवी ने अपने बेटे के गायब होने में गांव के ही निवासी हरवीर सहारण पर शक जताया था। परिवादिया के अनुसार हरवीर की राजनीतिक पहुंच होने के कारण उसकी गुमशुदगी व शक की रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं हुई।
परिवादिया ने पुलिस को रिपोर्ट दी कि हाल ही में घर पर गुमनाम पत्र आने लगे जिनमें बताया गया कि उसके बेटे प्रेमकुमार की हत्या हरवीर सहारण व उसके साथियों ने ही की है और प्रेम के शव को आरोपियों ने जला भी दिया है। इस रिपोर्ट पर पुलिस ने जांच की अनुसंधान किया। अनुसंधान के बाद वर्ष 2003 में मामले में एफआर लगा दी गई। इसके बाद प्रेम काली रावणा तथा लीलाधर सोनी हत्याकांड की पत्रावलियां अग्रिम अनुसंधान के लिये एसओजी को मिली।
एसओजी के आईजी दिनेश एमएन के सुपरविजन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसओजी करन शर्मा, उप अधीक्षक पुलिस चिरंजीलाल मीना, पुलिस निरीक्षक एसओजी धर्मवीर सिंह ने गहन अनुसंधान शुरू किया। अनुसंधान के बाद वारदात के मुख्य आरोपी हनुमानगढ़ जिले वार्ड 13, रावतसर निवासी हाल वार्ड 13 का पार्षद तथा नगर पालिका पालिका अध्यक्ष का पति हरवीर सहारण तथा रावतसर निवासी सहयोगी भीम बेनीवाल को 14 मई को गिरफ्तार किया गया।
आरोपी सात दिन के पुलिस रिमांड पर चल रहे हैं।
प्रेमकुमार हत्या कांड का तीसरा आरोपी गिरफतार
एसओजी ने प्रेम कुमार हत्या कांड मे शामिल तीसरे आरोपी हनुमानगढ़ जिले के थाना रावतसर क्षेत्र निवासी रणजीत मेघवाल पुत्र रूपाराम उम्र 37 साल को भी रविवार 20 मई को गिरफतार कर लिया। इसे सोमवार को कोर्ट में पेशकर रिमांड पर लिया जाएगा। इस प्रकरण मे हरवीर सहारण व भीम बेनिवाल पहले से ही पुलिस रिमाण्ड पर चल रहे है।
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