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धरणीधर मंदिर परिसर में बनेगा 25 बैड का क्वारेंटाइन सेंटर

Quarantine center of 25 beds to be built in Dharanidhar temple complex

बीकानेर, (समाचार सेवा)। धरणीधर मंदिर परिसर में बनेगा 25 बैड का क्वारेंटाइन सेंटर, शहरी क्षेत्र के किसी कोरोना पीड़ित व्यक्ति के घर में अगर क्वारेंटाइन होने की पर्याप्त जगह नहीं है होम आइसोलेट की व्यवस्था नहीं हो तो वह व्यक्ति धरणीधर परिसर में बने क्वारेंटाइन सेंटर में 30 अप्रैल से आ सकता है।

धरणीधर ट्रस्ट के मुखिया पूर्व सरपंच रामकिसन आचार्य के प्रयासों से धरणीधर   परिसर में 25 बैड का क्वारेंटाइन सेंटर बनाया जा रहा है। इसमें रहने से लेकर चाय-नाश्ते व मेडिसीन की भी व्यवस्था की जा रही है।

व्यवस्था को सुचारू रखने में टीम धरणीधर के दुर्गाशंकर आचार्य, पूर्व उपमहापौर अशोक आचार्य, वल्लभ आचार्य, अनिल आचार्य, मालचंद सुथार, कैलाश भार्गव, कर्मचारी नेता भंवर पुरोहित, कर्मचारी नेता कैलाश आचार्य, योगेन्द्र तिवाड़ी, कैलाश पुरोहित आदि शामिल हैं।

धरणीधर टीम के सदस्य व शहर कांग्रेस महासचिव आनंद जोशी ने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर इस सेंटर को 50 बैड्स तक बढ़ाया जा सकेगा। जोशी ने बताया कि यह व्यवस्था इसलिए शुरू की है कि शहर में कई ऐसे घर-परिवार हैं जिनके घर में होम आइसोलेट की व्यवस्था नहीं या वे इस व्यवस्था को वहन करने में असक्षम है।

उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित लोग धरणीधर परिसर पहुंचकर होम आइसोलेशन का समय बीता सकते है। जोशी ने बताया कि यहां रहने वाले व्यक्ति को दिने में दो चाय-नाश्त तथा मेडिसीन की व्यवस्था की जाएगी।

इसके अलावा आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति को खाना भी खिलाया जाएगा तथा सक्षम व्यक्ति अपने घर से खाना मंगवा सकता है।

संवित सोमगिरिजी महाराज का इलाज जारी 

बीकानेर, (समाचार सेवा)। वर्तमान समय में भगवद गीता को घर-घर पहुंचाने वाले, शिवबाड़ी स्थित मानव प्रबोधन प्रन्यास के अधिष्ठाता संवित सोमगिरि के कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट होने के बाद से उनका हंशा गेस्ट हाउस स्थित जीवन रक्षा अस्पताल के कोविड सेंटर में इलाज जारी है।

शनिवार सुबह उनका स्वास्थ्य अचानक बिगड़ गया था।

जीवन रक्षा अस्पताल के प्रभारी डॉ. विकास पारीक ने बताया कि स्वामी जी का ऑक्सीजन लेवल एक बार कम हुआ था। अब उन्हें आराम करने की सलाह दी गई है। मानव प्रबोधन प्रन्यास के संरक्षक बी.जी.व्यास ने बताया कि स्वामीजी की स्थित को लेकर सब चिंतित हैं।

उन्होंने बजताया कि कुंभ से आने के बाद सोमगिरिजी को हल्का फीवर हुआ था। जांच में कोविड पॉजिटिव पाया गया।

बेड और ऑक्सीजन व्यवस्था की होगी नियमित मॉनिटरिंग

बीकानेर, (समाचार सेवा)। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एमसीएच विंग सहित सभी निजी अस्पतालों मे बेड की स्थिति और चिकित्सकीय संसाधनों पर नजर रखेंगे। जिला कलक्टर नमित मेहता ने शनिवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि निगम आयुक्त एएच गौरी और यूआईटी सचिव नरेन्द्र पुरोहित द्वारा पीबीएम एवं सभी निजी अस्पतालों में बेड मैनेजमेंट की संपूर्ण मॉनिटरिंग की जाएगी। इन्हें अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए आरक्षित कुल एवं आईसीयू बेड की जानकारी रखनी होगी।

साथ ही आवश्यकता के अनुसार सुविधाओं में विस्तार पर भी ध्यान देना होगा। इसी प्रकार ऑक्सीजन की मांग के आकलन, प्राप्ति और आपूर्ति के लिए भी वरिष्ठ अधिकारियों को अधिकृत किया गया। उन्होंने कहा कि एचसीएम रीपा के अतिरिक्त निदेशक गोपाल राम बिरड़ा और प्रशिक्षु आइएएस सिद्धार्थ पलानिचामी द्वारा पीबीएम अस्पताल और जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश द्वारा शेष सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की वास्तविक मांग का आकलन तथा इसके अनुरूप आपूर्ति व्यवस्था में समन्वय किया जाएगा।

साथ ही यह देखना होगा कि किसी भी स्थिति में ऑक्सीजन का अपव्यय नहीं हो।  उन्होंने सभी उपखण्ड क्षेत्रों में उपलब्ध ऑक्सीजन सिलेण्डरों की सूची तैयार करने और आवश्यकता के अनुसार भरे हुए सिलेंडर रखने को कहा। जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष, मेडिकल वार रूम और सीएमएचओ कार्यालय के कंट्रोल रूम को चौबीस घंटे एक्टिव रखने को कहा।

डोर-टू-डोर सर्वे पर विशेष ध्यान देने तथा इसकी नियमित मॉनिटरिंग के लिए निर्देशित किया। इस दौरान एडीएम सिटी अरुण प्रकाश शर्मा, एडीएम प्रशासन बलदेव राम धोजक, अतिरिक्त आयुक्त आबकारी अजीत सिंह राजावत, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. मुकेश आर्य, पीबीएम अधीक्षक डॉ. परमेन्द्र सिरोही आदि मौजूद रहे।

कोविड काल में निकली बारहगुवाड़ की गणगौर, नहीं रा मेला

बीकानेर, (समाचार सेवा)। बारहगुवाड़ चौक में आलूजी छंगाणी की गणगौर का मेला हर साल लगता है, लेकिन इस बार कोरोना के चलते गणगौर की प्रतिमाओं को बाहर तो निकाला गया है, मगर मेला नहीं भरा। कोरोना गाइड लाइन की पालना करते हुए महिलाओं ने गणगौर के खोळ भरने की रस्म को निभाया।

परम्परा के अनुसार बारहगुवाड़ चौक में यह गणगौर की प्रतिमाएं अलग-अलग स्वरूप धारण किए हुए दिखी। इनमें भगवान गणेश, गुजरी, ईसरजी, गणगौर माता, कृष्ण भगवान के स्वरूप की प्राचीनकालीन प्रतिमाएं शामिल रहीं। इनको बारहगुवाड़ चौक में निकाला गया। महिलाओं ने नारियल, शृंगार सामग्री, वस्त्र,  भेंट चढ़ाकर अपनी मन्नतें मांगी।

इस बार प्रतीकात्मक रूप से ही यह उत्सव मनाया गया। यह गणगौर उत्सव यहां करीब चार सौ साल से लगातार मनाया जा रहा है। इस बार चौक में स्थित विद्यार्थी सभा भवन में गणगौर प्रतिमाओं को बिठाया गया है। दर्शन के लिए आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को सेनेटाइजर करना अनिवार्य रखा गया। साथ ही मास्क भी लगा होना आवश्यक किया गया।

उत्सव से जुड़े ईश्वर लाल छंगाणी के अनुसार चार सौ साल से परम्परा का निर्वाह किया जा रहा है। इसमें परिवार के सदस्यों के साथ ही गली मोहल्ले के लोगों की भी भागीदारी रहती है। इस बार कोरोना महामारी के चलते प्रतीकात्मक रूप से उत्सव मनाया जा रह है।

बारहमासा गणगौर का पूजन

इन दिनों भीतरी परकोटे में धींगा, बारहमासा गणगौर का पूजन भी चल रहा है। बारहमसा गणगौर अनुष्ठान की पूर्णाहुति शनिवार को हुई। इस बार कोरोना के चलते जूनागढ़ में मेला नहीं भरा। घरों में ही गणगौर का खोळ भरने और पानी पिलाने की रस्म के निभाया गया।

वहीं महिलाओं के साथ ही पुरुष मंडलियों ने भी गणगौर के गीत-भजनों की प्रस्तुतियां दी। सिंघवी चौक  में बारहमासा गणगौर अनुष्ठान में महिलाओं ने पानी पिलाने और खोळ भरने की परम्परा निभाई। गीतों की प्रस्तुतियां दी।

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