बीकानेर रेलवे स्टेशन के बाहर की कुलियों ने की नारेबाजी
बीकानेर, (samacharseva.in)। बीकानेर रेलवे स्टेशन के बाहर की कुलियों ने की नारेबाजी, रेल मंत्रालय की एक स्कीम डोर टू डोर (यात्री का सामान घर से ट्रेन तक पहुंचाने का कार्य) की खबर मीडिया के माध्यम से मिलने के बाद बीकानेर के कुली स्टाफ ने अपना विरोध दर्ज कराया है। कुली शिवकुमार ओझा, कुली जाकिर हुसैन सहित अनेक कुलीयों ने मंगलवार को रेलवे स्टेशन के बाहर नारेबाजी-प्रदर्शन कर बताया कि यह स्कीम भारतीय रेलवे के कुछ रेलवे स्टेशनों पर लागू हो चुकी है, उन स्टेशनों के कुली इस स्कीम के कारण बेरोजगार हो गए हैं तथा भूखों मरने की नौबत आ गयी है।
यह कार्य प्राइवेट कंपनी (निजीकरण) को सौंपा गया है जिसके कारण भारत के व बीकानेर स्टेशन के कुली बेरोजगार हो जाएंगे। ओझा ने बताया कि देश में कोरोना महामारी के कारण पहले लॉकडाउन लगने से देशभर की रेल चलना बंद हो गयीं थी और अब अनलॉक में बहुत कम ही ट्रेनें शुरु हुई है इस वजह से पहले से ही कुली बेरोजगार हो चुके हैं और रेल मंत्रालय द्वारा भी कुलियों को कोई भी आर्थिक सहायता नहीं दी गयी।
वर्तमान में भी कुली भूखमरी के कगार पर है व कुली का परिवार भूखों मरने की नौबत आ गयी है। इस स्कीम को रेल मंत्रालय से रुकवाने की मांग का एक ज्ञापन समस्त कुली स्टाफ के बैनर तले गत दिनों भी डीआरएम के मार्फत रेल मंत्रालय को भेजा गया था।
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