निर्भया गैंग रेप के दोषियों का खेल खत्म, चारों को दी गई फांसी
नई दिल्ली, (samacharseva.in)। 23 वर्षीय पैरा-मेडिकल छात्रा निर्भया के गैंगरेप केस के चारों दोषियों राम सिंह, मुकेश, विनय शर्मा और पवन गुप्ता को शुक्रवार 20 मार्च की सुबह 5.30 बजे फांसी दे दी गई है। चारों गुनाहगारों को आधे घंटे तक फांसी के फंदे पर लटकाये रखा गया।
सुबह छह बजे उनके शवों को फांसी के फंदे से उतार कर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया। चारों दोषी- मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय ठाकुर को पहली बार निर्भया गैंगरेप केस में साल 2013 में मौत की सजा सुनाई गई थी। विभिन्न दलीलों व सात साल के लंबे समय के बाद चारों को शुक्रवार को फांसी पर लटका दिया गया। चारों आरोपी रात भर जागते रहे। उन्होंने नाश्ता भी नहीं किया था।
निर्भया की मां आशा देवी ने दिल्ली गैंगरेप के दोषियों की फांसी पर कहा कि आखिरकर उन्हें लंबे संघर्ष के बाद इंसाफ मिला। हमने अपनी बेटी के लिये यह लड़ाई शुरू की, यह संघर्ष उसके लिए था और ये भविष्य में हमारी बेटियों के लिए जारी रहेगा। निर्भया के पिता ने कहा कि उन्हें इस घड़ी के लिए सात साल से इंतजार था।
जानकारी में रहे कि साल 2012 में दक्षिणी दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में चलती बस में 23 वर्षीय पैरा-मेडिकल छात्रा के साथ 6 दरिदों ने गैंगरेप की वारदात की। इस झकझोर देने वाली घटना के बाद पूरा देश सड़कों पर उतरा। तिहाड़ के डीजीपी संदीप गोयल ने कहा- निर्भया के गुनहगारों को शुक्रवार 20 मार्च को सुबह साढ़े पांच बजे लटकाया गया।