मान लें, अब तय है सुजानदेसर में गौशाला का निर्माण
बीकानेर, (समाचार सेवा)। मान लें, अब तय है सुजानदेसर में गौशाला का निर्माण।गौशाला निर्माण पर आंदोलित कांग्रेसी नेता-कार्यकर्ताओं को अब भरोसा हो गया है कि सुजानदेसर में गौशाला की चारदीवारी का निर्माण जल्द शुरू हो जाएगा।
कांग्रेसी नेताओं की माने तो बीकानेर के सुजानदेसर क्षेत्र में असहाय पशुओं के लिये नंदी गौशाला का निर्माण होना अब लगभग तय हो गया है, नगर निगम ने उन्हें 15 जून से सुजानदेसर में नंदी गौशाला निर्माण करने का भरोसा दिया है।
हालांकि कांग्रेस के नेता गोपाल गहलोत ने निगम के दावे पर पूरा भरोसा नहीं करते हुए दावा किया है कि यदि नगर निगम 15 जून से गौशाला का निर्माण शुरू नहीं करेगा तो वे जन सहयोग से 16 जून को सुजानदेसर पहुंचकर गौशाला का निर्माण कार्य शुरू करवा देंगे।
बहरहाल अभी तो गोपाल गहलोत ने नगर निगम के दावे पर भरोसा करते हुए गौशाला मामले पर 25 मई से शुरू किया जाने वाला अपना अनिश्चितकालीन धरना व क्रमिक अनशन समाप्त कर दिया है। गहलोत के अनुसार सुजानदेसर में गौशाला की चार दीवारी निर्माण पर लगभग 1.25 करोड रुपये व्यय होगा।
इसके लिये नगर निगम ने टैंडर जारी कर दिया है। उन्होंने बताया कि निगम आयुक्त राष्ट्रदीप ने उन्हें टैंडर की प्रति भी सौंपी है। इसीलिये उन्होंने गौशाला निर्माण के लिये 25 मई से प्रस्तावित आंदोलन वापस लिया है।
हालांकि गहलोत ने नगर निगम को चेताया भी है कि यदि 15 जून तक चार दीवारी का काम शुरू नहीं हुआ तो वे 16 जून को जनहित में आमजन को साथ लेकर खुद गौशाला चार दीवारी का निर्माण शुरू करवा देंगे।
सुजानदेसर में गौशाला के निर्माण के लिये गोपाल गहलोत ने अपनी पार्टी कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ताओं को साथ लेकर काफी समय से आंदोलन कर प्रशासन व नगर निगम पर दबाव बनाया हुआ था। यही कारण है कि इस मामले में जिला प्रशासन व नगर निगम ने कुछ तेजी दिखाई है।
मंगलवार शाम को भी गोपाल गहलोत साथी नेता-कार्यकर्ताओं के साथ नगर निगम पहुंचे थे। वहां उन्होंने निगम आयुक्त का घेराव कर अनशन शुरू करने की सूचना दी थी। हालांकि आयुक्त ने तत्परता दिखाते हुए गहलोत को गौशाला निर्माण की तैयारियों के संबंध में जानकारी दी तो गहलोत ने धरना व अनशन स्थगित कर दिया।
गहलोत के साथ पहुंचे नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष जावेद पडिहार, बलाक कांग्रेस अध्यक्ष आनंद सिंह सोढा, प्रवक्ता फिरोज भाटी गौशाला निर्माण कार्य शुरू नहीं किए जाने पर आंदोलन तेज करने की बात कही।
निगम प्रतिपक्ष नेता पडिहार ने कहा कि शहर में आवारा गोधों के कारण आए दिन दुर्घटनायें हो रही हैं। लोगों को जान से हाथ गवाना पड रहा है। ऐसे में आवारा पशुओं को एक स्थान पर रखने की नगर निगम की पहली प्राथमिकता होनी चाहिये।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसके लिए 35 दिन तक कलेक्ट्रेट पर पहले ही धरना दे चुकी है, निगम का रवैया उदासीन रहा तो दुबारा धरना देने में भी कांग्रेस कार्यकर्ता देरी नहीं करेंगे।
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