बीकानेर में मंडराता कोरोना कम्यूमनिटी स्प्रेड का खतरा!
बीकानेर, (samacharseva.in)।बीकानेर में मंडराता कोरोना कम्यूमनिटी स्प्रेड का खतरा!, बीकानेर में सोमवार दोपहर को फिर दो और कोरोना पॉजीटिव रिपोर्ट हुए हैं। दोनों छत्तरगढ़ से पॉजीटिव पाई गई महिला के परिजन है। इसमें एक लड़का तथा एक लड़की है। बीकानेर में कोरोना के बढते मामलों को यदि नहीं रोका गया तो यह कोरोना के कम्यूनिटी स्प्रेड की हद को छू सकता है और यह महामारी बीकानेर में अनेकानेक लापरवाह लोगों को संक्रमित कर सकती है।
बीकानेर संभाग के सबसे बडे चिकित्सा संस्थान पीबीएम अस्पताल तथा कोविड-19 विशेष अस्पताल भी कोरोना के संक्रमण की जद में हैं। अस्पताल का एक रेजिडेंट डॉक्टर, एक स्टाफ नर्स, संविदाकर्मी तथा सिक्योरिटी गार्ड अस्पताल में ही कोरोना संक्रमित हुए हैं। अस्पताल में अन्य बिमारी के लिये भर्ती मरीज भी संक्रमित होने के मामले भी सामने आये हैं।
बीकानेर में कोरोना संक्रमण का पहला मामला इस वर्ष 3 अप्रैल को सामने आया। रविवार 14 जून की देर रात तक बीकानेर में 21 हजार 146 नमूनों की जांच हो चुकी है। अब तक कुल 130 लोग कोरोना संक्रमित रिपोर्ट हो चुके हैं। छह मरीजों की मौत हो चुकी है। आज भी पीबीएम अस्पताल में 23 मरीज भर्ती है। इनमें बीकानेर के 20, चूरू तथा श्रीगंगानगर का एक-एक मरीज तथा दिल्ली का एक पुलिसकर्मी शामिल है।
बीकानेर में कोरोना के कम्युनिटी स्प्रेड की आशंका के बावजूद विशेषज्ञ मानते हैं कि बीकानेर अभी भी कम्युनिटी स्पे्रड की श्रेणी में नहीं आता है। बीकानेर की स्थिति कोरोना के नमूने, संक्रमितों की संख्या और संक्रमितों के ठीक होने आंकडों से काफी अच्छी है। बीकानेर में कोरोना संक्रमण कम्यूनिटी स्प्रेड की तरफ ना बढे इसके लिये जिला प्रशासन अत्यधिक सतर्कता के साथ काम कर रहा है। आज बीकानेर में कोई भी व्यक्ति पॉजिटिव रिपोर्ट होता है तो स्वास्थ्य विभाग उसी दिन तुरंत पॉजिटिव पाए गए व्यक्ति के आवास के आसपास रहने वाले सभी लोगों की जांच करवाता है।
सभी जांचों की रिपोर्ट भी उसी दिन कर ली जाती है और जांच रिपोर्ट के आधार पर उसी दिन जिला प्रशासन आगे की कार्रवाई को अंजाम देना शुरू कर देता है। सोशल डिस्टेंस, मास्क और हैंडवाश ऐसे हथियार हैं जिनसे कोरोना को लगातार मात दी जा रही है। पीबीएम अस्पताल में संक्रमण को खत्म करने के लिये सोडियम हाइपोक्लोराइड 0.1 प्रतिशत का छिडकाव किया गया और अब प्रति दिन इमरजेंसी वार्ड, डी वार्ड गैलरी को तीन-तीन बार सेनेटाइज किया जाने लगा है। पूरे अस्पताल को रोजाना सेनेटाइज करने की योजना पर काम शुरू हो चुका है।
क्या है कम्युनिटी स्प्रेड
डब्ल्यूएचओ के अनुसार कम्युनिटी स्प्रेड कोरोना वायरस की तीसरी स्टेज है। जब कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति आपके क्षेत्र में आता है यह कोरोना संक्रमण की पहली स्टेज कहलाती है। यदि कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आये लोग भी कोरोना संक्रमित हो जाएं तो यह कोरोना संक्रमण की दूसरी स्टेज मानी जाती है।
इसी प्रकार जब बिना किसी सोर्स के कोई व्यक्ति संक्रमित रिपोर्ट हो तो इसे कोरोना संक्रमण की तीसरी स्टेज होती है। यानी कोई व्यक्ति कोरोना पीड़ित कैसे हुए ये पता ही नहीं चल रहा है तब कम्युनिटी स्प्रेड का डर बढ जाती है।
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