×

कलक्टर ने जाने बीमार पीबीएम अस्पताल के हाल

30BKN PH-1

बीकानेर, (समाचार सेवा)। कलक्टर ने जाने बीमार पीबीएम अस्पताल के हाल,  कलक्टर कुमार पाल गौतम ने बुधवार 30 जनवरी को बीकानेर संभाग की सबसे बड़ी अस्पताल पीबीएम के ओपीडी, स्वाइन फ्लू सहित विभिन्न विंगों को निरीक्षण किया।

निरीक्षण में कलक्टर को अस्पताल की बीमारी के कई कारण देखने को मिले। उन्होंने अस्पताल के ओपीडी भवन में भर्ती रोगियों के स्वास्थ्य की जांच परीक्षण, रक्त जांच, सहित नि:शुल्क दवा आदि देने की संपूर्ण व्यवस्थाओं को देखा।

कलेक्टर ने कॉलेज अतिरिक्त प्राचार्य डॉ गौरी से पूछा कि इस प्रांगण में क्या पिछले 7 दिनों से सफाई हुई है, डॉ गौरी के पास इसका कोई जवाब नहीं था। अस्पताल के अंदर की स्थिति अपने आप बयान कर रही थी कि यहां पिछले कई दिनों से सफाई नहीं हुई थी।

बाद  में सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आर पी अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल और कॉलेज के विभिन्न कार्यों के लिए सरकार द्वारा धनराशि आवंटित नहीं की गई है। कॉलेज का वर्तमान में 200 करोड रुपए का भुगतान बाकी है।

इसी के चलते सफाई व्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ रहा है। कलेक्टर ने जांच के लिए लाइन में लगे रोगियों से पूछा कि रक्त जांच की रिपोर्ट कहां मिलेगी।

उन्होंने पूछा कि क्या चिकित्सक या पैरामेडिकल स्टाफ ने आपको बताया है कि क्या जांच करवा रहे हो। रोगी इसका कोई जवाब नहीं दे पाए, मगर पीछे खड़ी स्टाफ नर्स ने कहा कि बताया कि इन्हें बताया जा चुका है कि रिपोर्ट कहां मिलेगी।

लेकिन नर्स की इस बात पर लेकर रोगियों में कोई विश्वास नहीं दिख रहा था। डॉ गौरी ने कलक्टर को बताया कि सरदार द्वारा आवश्यक धनराशि आबंटित नहीं किए जाने से कुछ दवाओं की कमी होने के बावजूद आवश्यक दवाएं ही खरीदी जा सकी है।

मगर बजट के अभाव में दवा खरीदने के बाद भुगतान नहीं हो पा रहा है। कलक्टर गौतम ने कहा कि सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज से संबद्ध पीबीएम अस्पताल में सभी व्यवस्थाएं चाक-चैबंद रहे तथा यहां आने वाले रोगियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले तथा सभी उपकरण और जांच आदि व्यवस्थित रूप से होती रहे इसके लिए चिकित्सक सकारात्मक सोच के साथ मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए कार्य करें।

उन्होंने कहा कि यहां जितने भी संसाधन उपलब्ध है उनका पूरा उपयोग करते हुए मरीजों को सुविधाएं उपलब्ध करवाएं तथा राज्य सरकार द्वारा दिए जाने वाले बजट और साधनों में बेहतर उपयोग करते हुए चिकित्सक अपने कर्तव्य का निर्वहन करें।

कलक्टर गौतम जब अस्पताल का निरीक्षण कर बाहर पार्किंग तथा अन्य स्थानों को देख रहे थे। इस दौरान 25 के वाई डी खाजूवाला से एक सज्जन अपने साथ किसी व्यक्ति को दिखाने आए हुए थे।

वे कलक्टर के पास पहुंचे और कहने लगे कि साहब अस्पताल की व्यवस्था सुधरेगी। आप तो झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करें। इनके कारण भी बीमारी भयावह रूप ले रही है इन झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज होता नहीं है और गांव में लोगों को अनावश्यक रूप से इलाज के बहाने रोके रखते हैं। इस पर जिला कलक्टर ने कहा कि झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जिलेभर में अभियान चलाया जाएगा।

नहीं मिली ऑक्सीजन सिलेंडर की चाबी

निरीक्षण के दौरान गौतम ने स्टॉफ से पूछा कि ऑक्सीजन सिलेंडर कहां रखा है। दिखाएं। इस पर स्टॉफ ने बताया कि आपातकाल की स्थिति में इस ऑक्सीजन सिलेंडर का उपयोग किया जाता है। कलेक्टर ने कहा कि लगता तो ऐसा है कि कुछ महीने से इस सिलेण्डर का उपयोग हुआ ही नहीं।

सिलेण्डर की ऑपरेशनल प्रक्रिया को बताएं। इतना कहते ही पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य चिकित्सक आॅक्सीजन सिलेंडर की चाबी ढूंढने लगे। अलमारी से लेकर टेबल ड्रॉअर देखने के बावजूद चाबी नहीं मिली।

पैरामेडिकल स्टाफ अपने साथी स्टाफ को फोन कर सिलेंडर की चाबी तलाशने में जुटे थे। 5 मिनट तक कोई जवाब नहीं आया और चाबी नहीं मिली। कलेक्टर 5 मिनट इंतजार करने के बाद वहां से निकल गए और चाबी नहीं मिली।

मास्क लगाकर स्वाइन फ्लू कक्ष देखा

कलेक्टर ने मास्क पहनकर स्वाइन फ्लू से पीड़ित तथा संभावित स्वाइन फ्लू रोगियों का स्वास्थ्य प्रक्रिया देखी। निरीक्षण के दौरान  कलक्टर ने कई कक्षों में खाली पड़ी कुर्सियां देखकर पूछा कि चिकित्सकों की संख्या इतनी कम क्यों है। इस पर डॉ गौरी ने बताया कि बुधवार को 11 बजे तक रेजिडेंट चिकित्सक हड़ताल पर है। 

सफाई व्यवस्था का लिया जायजा

30BKN-PH-2-785x1024 कलक्टर ने जाने बीमार पीबीएम अस्पताल के हाल

इससे पूर्व कलक्टर ने प्रात: शहर के अंदरूनी हिस्सों तथा कोटगेट क्षेत्र में दौरा कर सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान जियो कंपनी द्वारा सड़क खोदकर केबल डालने के काम जारी था। कार्य की स्वीकृति नहीं दिखाये जाने पर इस काम को रोकने को कहा।

राष्‍ट्रपिता महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि

30BKN-PH-3 कलक्टर ने जाने बीमार पीबीएम अस्पताल के हाल

बीकानेर, (समाचार सेवा)।  राष्‍ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि शहीद दिवस पर बुधवार को जिलेभर में राष्टÑपिता को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

कलेक्ट्रेट परिसर में कलक्टर कुमार पाल गौतम, एडीएम (प्रशासन) ए एच गौरी, सहित विभिन्न अधिकारियों कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन रख कर राष्‍ट्रपिता को नमन किया।

सर्किट हाउस के सामने स्थित गांधी पार्क में पुष्पांजलि और भजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। उपखंड अधिकारी बीकानेर मोनिका बलारा,ने राष्‍ट्रपिता की प्रतिमा पर पुष्पार्पण किया।

इसके बाद रामधुन बजाई गई तथा गांधीजी के प्रिय भजनों का गान किया गया। इसके बाद दो   मिनट का मौन रख कर राष्‍ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

कार्यक्रम में उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता एल डी पंवार तहसीलदार सुमित्रा बिश्नोई सहित कई गणमान्य नागरिक और स्कूली बच्चे उपस्थित थे।

पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा सहित अन्य पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों ने राष्‍ट्रपिता के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

दो मिनट का रखा मौन

महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय में दो मिनट का मौन रखते हुए ‘बापू’ को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

इस अवसर पर कुलसचिव ताज मोहम्मद राठौड़ ने कहा कि हमें महात्मा गांधी के आदर्शों को अपने जीवन में उतारना चाहिए। इस दौरान वित्त नियंत्रक डॉ. बी. एल. सर्वा सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

लेखक को एक्टीविस्ट होना चाहिए  : राजेन्द्र जोशी

30BKN-PH-5 कलक्टर ने जाने बीमार पीबीएम अस्पताल के हाल

बीकानेर, (समाचार सेवा)।  राजस्थानी भाषा के लेखक राजेन्द्र जोशी ने समाज और आम आदमी के प्रति लेखक के दायित्वों को रेखांकित करते हुए पुख्तगी से कहा कि लेखक को एक्टीविस्ट होना चाहिए। 

जोशी बुधवार को नई दिल्ली के नई दिल्ली स्थित रवीन्द्र भवन में उत्तर- पूर्व और उत्तरी लेखक सम्मेलन के मेरी रचना मेरा संसार सत्र के तहत अपने रचाना संसार से रूबरू करा रहे थे।

नई दिल्ली में केन्द्रीय साहित्य अकादेमी द्वारा आयोजित सात दिवसीय राष्‍ट्रीय साहित्योत्सव के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में  लेखक जोशी ने विस्तार से अपनी रचना प्रक्रिया  साझा की।

जोशी ने कहा कि वे अपने परिवेश से सीखते हैं और आसपास के चरित्रों का निर्माण करते हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने  सामाजिक कार्यकर्ता से अपना सफÞर प्रारंभ करते हुए लिखना-पढ़ना शुरू किया और वे तीन दशकों से पूरी ईमानदारी और निष्ठा से  एक लेखक के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।

जोशी ने स्वयं को लोक में रहने वाला लेखक बताते हुए कहा कि उनकी दादी द्वारा कही जाने वाली लोक कथाओं को सुनते हुए उन्हें साहित्य सृजन की प्रेरणा मिली।

जोशी ने अपने रचना संसार में समाज की भूमिका को रेखांकित करते हुए बताया कि राजस्थानी परिवार में सदैव लोक संस्कृति को  तरजीह दिये जाने के कारण राजस्थानी लेखन विश्व की अन्य भाषाओं के लेखन के बराबर दिखायी देता है।

जोशी ने कहा कि लोक के साथ  घर, परिवार और समाज में रहते हुए वहां के विषयों, घटनाओं और पीड़ा को कविताओं में उठाने का वे प्रयास करते हैं।

उन्होंने कहा कि लोक संस्कृति को जीने वाला लेखक ही राजस्थानी में लिख सकता है। इस सत्र में बोडो के लेखक अदाराम बसुमतारी, हिन्दी के कृष्ण मोहन झा, अंग्रेजी की संगीता मल्ल तथा  ने भी अपने रचना संसार से परिचय कराया।

कार्यक्रम का संचालन  सुकृता पाल कुमार ने किया। अकादेमी के सचिव के. श्रीनिवासन राव ने बताया कि  पूर्वोत्तरी कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता अकादेमी के अध्यक्ष चन्द्रशेखर कंबार ने की।

बीज वक्तव्य वरिष्ठ साहित्यकार डॉ  विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने दिया तथा  वरिष्ठ असमिया लेखक धु्रव ज्योति वोरा समारोह के विशिष्ट अतिथि थे।

खुले में शौच त्यागना अभिशाप से कम नहीं : जिला प्रमुख

30BKN-PH-6 कलक्टर ने जाने बीमार पीबीएम अस्पताल के हाल

बीकानेर, (समाचार सेवा)।  जिला प्रमुख सुशीला सींवर ने कहा कि खुले में शौच त्यागना किसी अभिशाप से कम नहीं है। श्रीमती सींवर बुधवार को गांव गुसांईसर में ‘मेरा गौरव मेरा प्रतिष्ठालय’ अभियान के तहत आयोजित समारोह को संबोधित कर रही थीं।

उन्होंने कहा कि खुले में शौच की प्रवृति का तत्काल त्याग करना चाहिए। यह हमारी प्रतिष्ठा से जुड़ा प्रश्न है। इसके प्रति जागरुकता अभियान चलाना जरूरी है। जिला प्रमुख ने कहा कि स्वामी केशवानंद कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर द्वारा इस दिशा में की गई पहल सराहनीय है। गांव के प्रत्येक घर तक यह संदेश पहुंचे, ऐसे प्रयास हों।

उन्होंने स्वच्छता का महत्त्व बताया तथा कहा कि स्कूलों में आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिए सरकार सतत प्रयासरत है, लेकिन ग्रामीण भी इसमें यथायोग्य मदद करें। इससे पूर्व जिला प्रमुख ने कृषि विश्वविद्यालय के स्मार्ट इनिशिएटिव विलेज गुसांईसर में ‘मेरा गौरव मेरा प्रतिष्ठालय’ अभियान का शुभारंभ किया। 

कार्यक्रम की शुरूआत जिला प्रमुख सुशीला सींवर, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रतिभा देवठिया और सरपंच सरोज जाखड़ ने राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय से की। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कृषि और गृह विज्ञान महाविद्यालय की छात्राओं के साथ स्कूली विद्यार्थियों ने घर-घर पहुंचकर ग्रामीणों   को खुले में शौच न त्यागने के लिए जागरुक किया।

साथ ही प्रत्येक शौचालय के आगे ‘मेरा गौरव मेरा प्रतिष्ठालय’ लिखा और इस पर फूल-पत्तियां उकेरीं। समारोह में पंचायत समिति बीकानेर के विकास अधिकारी भोमसिंह इंदा, कृषि विज्ञान केन्द्र बीकानेर के प्रभारी डॉ. दुर्गासिंह, स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक पवन पंचारिया, गुमानाराम जाखड़ व प्रधानाचार्य नरेन्द्र सोनी ने भी विचार रखे। 

इस अवसर पर स्कूल-कॉलेज विद्यार्थियों और ग्रामीणों ने तम्बाकू और दूसरा नशा त्यागने की शपथ दिलाई। गुसांईसर के स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डॉ. संजय खान ने नशे के दुष्प्रभावों के बारे में बताया।

इस अवसर पर फॉलिक एसिड की गोलियां भी वितरित की गईं। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के डॉ. भगीरथ मिठारवाल, डॉ. सुशील कुमार, डॉ. प्रसन्नलता आर्य सहित अन्य सरकारी कार्मिक, विद्यार्थी और ग्रामीण मौजूद रहे।

भाजपा नेता ने की मुख्यमंत्री गहलोत के बयान की निंदा

बीकानेर, (समाचार सेवा)। भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह शेखावत ने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा भारतीय जनता पार्टी के जेल भरो आंदोलन पर की गई टिप्पणी को अलोकतांत्रिक बताते हुए मुख्यमंत्री के बयान की निंदा की है।

शेखावत ने अपने बयान में कहा है कि गांधीजी की पुण्यतिथि के दिन खुद को गांधीवादी कहलाने वाले मुख्यमंत्री गहलोत ने सत्याग्रह के साधनों पर टिप्पणी करके अपना अपना असली चेहरा उजागर किया है। गहलोत का यह बयान उनकी तानाशाही मानसिकता को दर्शाता है।

शेखावत ने अपने बयान में कहा है कि लोकतंत्र में सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध करना विपक्ष का धर्म है इस पर जेल भेजने का डर दिखाकर मुख्यमंत्री सत्ता मद को प्रकट कर रहे है।

शेखावत ने मुख्यमंत्री को चेतावनी दी है कि मुख्यमंत्री राज्य की जेलों की बैरक बढ़ा ले भाजपा कार्यकर्ताओं से जेल छोटी पड़ जाएगी।

Share this content:

You May Have Missed

error: Content is protected by SITInovations!!