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इसमें तेरा घाटा, मेरा कुछ नहीं जाता…

PANCHNAMA DAINIK NAVJYOTI BIKANER 23 JULY 2018

पंचनामा : उषा जोशी

* इसमें तेरा घाटा, मेरा कुछ नहीं जाता…

सफेद सोने वाले इलाके के सीआई साहब इन दिनो अपने घाटे नफे का नापते हुए फिर चर्चा में हैं। सुना है अपने एक कांस्टेबल के खिलाफ थाने के 26 नंबर रजिस्टर में रपट डालने के बाद थानेदारजी को रपट फाड़नी पड़ गई।

पता चला है कि थानेदारजी ने कांस्टेबलजी को एक मामले की तहकीकात के लिये दूसरे जिले में भेजा था। कांस्टेबलजी भेजी जाने वाली जगह से पहले एक रात शहर के अपने सरकारी क्वार्टर में रात बिताकर दूसरे दिन मौके पर पहुंचे थे।

थानेदारजी को गुस्सा आ गया और उन्होंने कांस्टेबल जी को फोन पर भला बुरा कहते हुए उस पर अपराधियों के साथ मिला होने का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ रपट भी डाल दी।

कांस्टेबलजी भी कम होशियार नहीं, उन्होने थानेदारज को उनके कारनामे याद दिलाये कहा आप भी तो जिप्सम माफिया से मिले हुए हो, यही नहीं कांस्टेबल जी ने थानेदारजी को उनकी कारनामों की सूची के साथ थाने के रजिस्टर में रपट डाल देने की चेतावनी दे दी।

कांस्टेबलजी की जागरूकता से चौंके थानेदारजी अब सेफ मोड में आ गए। कांस्टेबल को भाई बताते हुए उसे अपने मन का फूल बताते हुए उसकी मनुहार की कि भाई मामला यहीं खत्म कर दो।

सुना है मामला टाइगर तक पहुंचने के बाद कुछ शांत हुआ है। नहीं तो दोनों खाकीधारी महकमे को इज्जत को पलीता लगाने की ठान चुके थे।

* एक शहर के दो दो सीओ

खाकी महकमे के लोगों को भी ना बाते बनाने का अवसर चाहिये। सीओ सिटी मैडम पारिवारिक कारणों से छुट्टी पर गई तो पहले तो उनकी सीट पर कब्जा जमाने की तैयारी की।

अब जब सरकार ने उस सीट पर सीओ मैडम के पति का ही तबादला कर दिया तो कहने लगे एक शहर में दो दो सीओ हो गए हैं। कमाल है जी। माना सीओ मैडम से उनके पति थोड़े अधिक सीधे हैं।

ना चाहकर भी उनके कामकाज में पत्नी का प्रभाव होगा पर केवल इतने भर से यह कह देंगे कि एक शहर में दो दो सीओ। जबकि मैडम को तो बीकानेर के ही आईजी ऑफिस में तैनाती दी गई है।

अब सरकार कोई यह देखकर किसी का तबादला थोड़े करती है कि पहले उस सीट पर नये वाले अफसर का कोई रिश्तेदार बैठा था या नहीं। बहरहाल सीओ सिटी के अंडर आने वाले थानेदार बहुत खुश है।

वे नये सीओ साहब के अच्छे स्वभाव के कायल हैं। हां वे भी समझते हैं कि पुरानी मैडम का प्रभाव तो थोड़ा होगा ही, पर सह लेंगे क्योंकि साहब तो बहुत ही अच्छे हैं।

अरे हां सुना है कोई पारीकजी कोई सिंह साहब भी सीओ सिटी बनने की रेस में थे मगर नहीं बन सके। खैर।

* रिटर्न ऑफ ज्वैलथीफ

एक पुराने थनाधिकारी जी अब वापस इस शहर में आये तो अफसर बनकर है मगर उनके पुराने चर्चे गड़े मुर्दों की तरह उखाड़े जा रहे हैं।

कोई बता रहा है कि तब थानेदारी करते समय साहब को कोई गब्बर सिंह कहता था तो कोई किसी और डाकू के नाम से बुलाता था। कहते हैं तब के थानेदारजी को तब के ही टाइगर ने ऐसा सबक भी सिखाया था कि थानेदारजी के तोते उड़ गए थे।

तब तो थानेदारजी के रूप में वे अपनी हस्ती तक मिटाने को आतुर हो गए थे। खैर सब सुनी सुनाई बाते हैं। यह अच्छा नहीं कि अब अफसर बनकर शहर आये तो उन्हें रिटर्न आॅफ ज्वैलथीफ पुकारा जाए।

माना कि तब कभी उनके समय में कुछ अधिक लूट खसोट हो गई होगी, आप भी सावन के अंधे की तरह सब हरा ही हरा देखते हो।

* अति उत्तम कमला जी, बधाई

जांगल प्रदेश बीकानेर में तैनात इन्सपेक्टर कमला पूनिया जी को बधाई। उन्होंने जांगळ देश ही नही पूरे राजस्थान का नाम रोशन किया है।

गत दिनों हरियाणा के गुरुग्राम में केन्द्रीय गहमंत्री राजनाथजी ने कमलाजी को अति उत्तम सेवा चिन्ह से नवाजा। कमलाजी को यह सेवा चिन्ह आॅल इंडिया स्टूडेंट पुलिस कैडेट प्रोग्राम में देश की सर्वश्रेष्ठ मास्टर ट्रेनर में शामिल होने पर दिया गया।

इस प्रशिक्षण में देशभर के सात सर्वश्रेष्ठ मास्टर ट्रेनर को चुना गया जिसमें बीकानेर पीटीएस में तैरानत सीआई कमला पूनिया राजस्थान से एकमात्र अधिकारी थी।

* इनका नंबर कब आयेगा  

आईपीसएस की सूची आई बीकानेर जिले में इंतजार था। उत्सुकता थी। आईजी एसपी जाएंगे या नहीं। दोनो नहीं गए। एसपी व आईजी का तय माना जा रहा था। दोनों को एक बार राहत मिली है।

चर्चा भी रूकी है। साथ माना जा रहा है कि एक सूची और आएगी। आईजी जाएंगे एसपी रहना नहीं रहना उस दूसरी सूची में फाइनल हो जाएंगे। इंतजार में धड़कने बढ़ी हुई है। एक ही सवाल है इनका नंबर कब आयेगा।

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