रविन्द्र रंगमंच पर गवाड ने किया रोमांचित
बीकानेरए (समाचार सेवा), रविन्द्र रंगमंच पर गवाड ने किया रोमांचित। स्थानीय रविन्द्र रंगमंच पर शनिवार को मधु आचार्य के पुरस्कृत उपन्यास गवाड़ का नाट़य मंचन शनिवार को किया गया।
रविन्द्र रंगमंच पर गवाड ने किया रोमांचित। रविन्द्र रंगमंच पर मंचित इस नाटक का निर्देशन किया आंनद आचार्य ने और निर्देशन नरेश आचार्य ने किया।
मानव संशाधन विकास मंत्रालय नई दिल्लीन, नगर विकास न्या्स बीकानेर तथा संकल्प नाट्य समिति के संयुक्तई तत्वाधान में मंच पर जब अभिनेताओं ने ‘बुद्धिजीवी मूरख बणग्या, कलाकार आंधा, समाज सेवक चोर अर मिनख जिनावर’’, बो दिन आवेलो, जद ख़म ढोकर कोई शामे आवेला… आपरे आंगणे माय सू, गवाड़ माय सू मशाल लेयर सड़क माथे आवेला अर लोग उन् रे सागे मशाल सू मशाल जगार आगे बढ़ता रेवेला डॉयलाग बोला तब रविंद्र मंच का हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
नाट्य कृति भ्रूण हत्या, स्त्री के शोषण और राजनीती में व्याप्त भ्रस्टाचार पर करारी चोट करती है। बदलाव के लिए मशाल उठाने की बात करती है और समाज में व्याप्त अँधेरे को मिटने का सन्देश देती है। नाट्य मंचन को समूह संयोजन ने गति प्रदान की। वरिष्ठ रंगकर्मी प्रदीप भटनागर, रमेश शर्मा, सुरेश आचार्य ने प्रभावी अभिनय से चरित्रों को जिवंत कर दिया।
युवा अभिनेता संदीप परिहार, अनमोल भटनागर, रिया मोटवानी, आदर्श भटनागर, निर्मल चौधरी ने भी प्रभावित किया तो बाल कलाकारों जानवी आचार्य और कनिष्क भटनागर और ज्ञानांश अभिषेक आचार्य ने भी स्वाभाविक अभिनय किया। धवनि प्रभाव जसदेव सिंह, प्रकाश प्रभाव उत्तम सिंह, कोरियोग्राफी रिया मोटवानी, संगीत संयोजन मोहित शर्मा, रूप सज्जा शिवकुमार सैन ने की।
बीएसएनएल की सेवायें गडबडाई
बीकानेर (समाचार सेवा)। शहर में बीएसएनएल फोन, मोबाईल फोन तथा इंटरनेट कनेक्शन कब अचानक ठप हो जाएंगे ये कोई कह नहीं सकता।
अनेक लोग बीएएसएनएल की व्यवस्थायें ठप होने पर विभाग को फोन लगाते हैं तो वहां फोन उठाने वाला कोई नही होता है। यदि कस्टमर बीएसएनएल कार्यालय पहुंच जाए तो भी उनकी समस्या सुनने वाला कोई नहीं होता है। कोई मिलता है तो वो यही जवाब देता है कि समस्या चंडीगढ से है।
वहां से जैसे ही ठीक होगी बीएसएनएल की व्यवस्थायें सुचारू हो जाएंगी। परेशान लोग दूसरी टेलीफोन कंपनियों की ओर मुड जाते हैं।
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