थार रेगिस्तान में गरजेगा सिंघम-सिंघम
पंचनामा : उषा जोशी
* थार रेगिस्तान में गरजेगा सिंघम-सिंघम
जांगळ देश बीकानेर रेंज के नये लॉयन की गर्जना जल्द ही रेगिस्तानी इलाके में भी सुनाई देने वाली है।
नये लॉयन सोमवार को कार्यhभार ग्रहण कर सकते हैं। लॉयन का ट्रेक रिकार्ड तो यही रहा है कि उनका जब भी तबादला किया गया है तो सजा के तौर पर ही किया गया है।
उन्हें ऐसी जगह भेजा गया है जहां करने को अधिक कुछ ना हो और परेशानियां बेशुमार हो। कहने वाले कहते हैं कि नये लॉयन ऐसी मिट्टी के बने हुए हैं जो जहां जाते हैं वहां अपने झंडे गाड़ ही देते हैं, भले ही जेल ही क्यों ना जाना पड़ जाए।
वैसे जेल यात्रा के अनुभवों के बाद लॉयन की मीडिया के लोगों से हुई बातों का पंचनामा करें तो ऐसा लगता है कि नये लॉयन शायद ऐसा मानते होंगे कि कुछ दिन तो गुजारो गुजरात में की तर्ज पर बडेÞ अधिकारियों को ट्रेनिंग के रूप में जेल यात्रायें भी करवानी चाहियें।
बहरहाल जांगळ देश बीकानेर, अपने नये लॉयन का स्वागत करने को आतुर है। उनसे पहले उनकी कहानियां यहां पहुंची हुई हैं।
चोर उच्चकों, उठाईगिरों, खनन माफियाओं, सटोरियों व जुआरियों का काल बनकर आने वाले नये लॉयन कितने समय में संभाग को राहत पहुंचाते हैं यह देखने वाली बात होगी।
* इस जंगल में हम दो शेर…
सुना है मगरे के शेर कहे जाने वाले एक नेता ने काफी जोर लगा लिया मगर जांगळ प्रदेश के इस जंगल के दूसरे टाइगर को वे बाहर का रास्ता दिखाने में कामयाम नहीं हो सके हैं।
खादी व खाकी महकमे में इन दोनों शेरों की तनातनी की खबरें उफान पर हैं। खादी के शेर अभी सत्ता में होते हुए भी सत्ता में नहीं है इसलिये उनकी दहाड़ राजधानी तक नहीं सुनी जा रही है।
जबकि खाकी के शेर अपने पैर मजबूत करने के लिये राजधानी जाकर दहाड़ लगाकर वापस अपने जंगल में शान से विराजमान हो चुके हैं।
अब दो शेरों का यह तमाशा कैसे और कब समाप्त होगा इसे लेकर लोगों में बडी उत्सुकता है।
वैसे मगरे वाले शेर ऊंची छलांग मारने के लिये फिर दो कदम पीछे ले चुके हैं, इस बार भी सही शिकार नहीं हुआ तो…अब सब मैं ही लिख दूं क्या,
जो बताना चाहती हूं समझ जाओ, खादी व खाकी के शेरों का मुझे तो शिकार मत बनवाओ।
* चुनाव तक टिके रहेंगे टाइगर?
टाइगर के तबादले की आस में आईपीएस तबादला सूची का इंतजार कर दुबले हो चुके महकमे के लोगों तथा टाइगर से दुखी लगने वाले लोगों ने अब यह पूछना शुरू कर दिया है कि क्या वर्तमान टाइगर की दहाड़ विधानसभा चुनाव तक जारी रहेगी।
हालांकि पूछने वाले केवल इसलिये पूछ रहे हैं ताकि कहीं से कुछ ऐसी खबर मिल जाए जिससे और कुछ हो ना हो उनको थोड़ी सी तो राहत ही मिल जाए। मगर लगता नहीं कि राहत मिलेगी।
हां नये सुपर कॉप लॉयन से टाइगर की कैसी जमती है यह जरूर देखने वाला होगा।
कहने वाले तो कह रहे हैं टाइगर ने आईपीएस की दोनों तबादला सूची आने से पहले ही राजधानी की दो दो बार तीर्थ यात्रा की थी।
खादी व खाकी के तालमेल के जुगाड़ बिठाये थे। हालांकि टाइगर खुद इन बातों पर कोई रियेक्शन नहीं देते मगर उनके आसपास के लोग टाइगर की मंद मंद मुस्कराहट से कुछ भांप गए हैं।
* छोटे थाने का बड़ा सीआई
हवाई इलाके के एक छोटे थाने के बड़े सीआई साहब की लाइफ स्टाइल में अमीरों की झलक क्या आने लगी, बाकी खाकी साथियों का हाजमा खराब हो गया है।
इन साहब के बारे में कई बार कथा कह चुकी हूं मगर कथा सुनने वाले हैं कि किसी सुपरहिट गीत को बार बार सुनने की आदत के चलते छोटे थाने के बड़े सीआई साहब की कथा ही हर बार कहलवाना चाहते हैं।
अब तो हद हो गई उनके आसपास के लोग बड़े सीआई साहब की दैनिक इंकम का आंकडा भी लेकर आ गए हैं।
अरे भाईयों मेरे यहां कोई इंकट टैकस, ईडी का दफ्तर थोड़े ही है। यदि कोई छोटे थाने में भी अच्छी कमाई कर रहा है तो उससे बिजनेस प्लान समझो। उसे अपने यहां भी लागू करवाओ पर मुझे बक्सो।
अगर कहीं हिंग और फिटकरी लगे बिना ही रंग चोखा आता है तो मैं क्या कर सकती हूं।
Share this content: