सुधा, रोशन व पुनीत ने युवा कविता के स्वर कार्यक्रम में दिखाए तेवर
NEERAJJOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। सादूल राजस्थानी रिसर्च इंस्टीट्यूट बीकानेर के के सभागार में रविवार को आयोजित राजस्थानी युवा कविता के स्वर कार्यक्रम में युवा कवि रोशन बाफना, सुधा सारस्वत एवं पुनीत रंगा ने अपनी कविताएं पेश कीं। बागेश्वरी कला साहित्य संस्थान की ओर से कवियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
कवयित्री सुधा सारस्वत ने एक सलटे तो दुजी बोले उतर भीखा म्हारी बारी एवं बो पाणी मुलतान नीसरगग्यौ तिरसे म्हारा पाना कोरा कविताएं सुनाई। रोशन बाफना ने इत्ती सी तो बात है, सुण ले मायड़ भाषा री, सृष्टि, मेट दे आदि कविताओं की प्रस्तुति दी।
युवा कवि पुनीत रंगा ने पत्ता, खोज मिनखपणै री, कुहप री काया मोबाइल, रेत ई दीवी समझ, टाबर एवं छोड़ मिनखपणौ शीर्षक से भावपूर्ण रचनाएं सुनाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता कवि-कथाकार राजेन्द्र जोशी ने की। मुख्य अतिथि साहित्यकार हरीश बी शर्मा रहे। कविताओं पर त्वरित टिप्पणी डॉ. सुधा आचार्य ने की। साहित्यकार राजाराम स्वर्णकार ने स्वागत भाषण दिया।
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