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पुजारी ही कर रहे हैं जगन्नाथ मंदिर परिसर का अवैध उपयोग

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बीकानेर, (समाचारसेवा)। पुजारी ही कर रहे हैं जगन्नाथ मंदिर परिसर का अवैध उपयोग, शहर में पुरानी जेल रोड स्थित राजकीय आत्‍मनिर्भर मंदिर श्री जगन्नाथरायजी परिसर का पुजारियों द्वारा ही अवैध रूप से व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है।

मंदिर के पास के निवासियों ने देव स्थान विभाग की सहायक आयुक्त श्वेता चौधरी को ज्ञापन देकर मंदिर परिसर में बने अवैध निर्माण हटवाने तथा अवैध व्यावसायिक गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग की है।

आरटीआई कार्यकर्ता मूल सिंह द्वारा देवस्थान विभाग से मांगी गई सूचनाओं में भी यह स्पष्ट हुआ है कि मंदिर परिसर में कुछ गतिविधियां विभाग की अनुमति के बगैर संचालित हो रही हैं।

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पुजारियों ने देव स्थान विभाग  की अनुमति के बगैर ही मंदिर परिसर में अवैध आवास निर्माण भी करा लिये गए हैं।

बिना बारी वाले पुजारी भी मंदिर परिसर में ही आवास करते हैं जबकि विभाग ने केवल बारी वाले पुजारी को ही मंदिर परिसर में एक वर्ष रहने की अनुमति दी हुई है।

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मंदिर परिसर में अवैध रूप से रहने वाले पुजारियों, मंदिर परिसर में कराये गए अवैध निर्माण तथा अवैध रूप से संचालित व्यावसायिक गतिविधियों के संबंध में मंदिर क्षेत्र के पीछे मीणों के चौक के निवासियों ने आरटीआई के माध्यम से देवस्थान विभाग से जो सूचनायें प्राप्त की हैं

उस सूचना में स्पष्ट बताया गया है कि मंदिर के पुजारियों को निर्माण अथवा व्यावसायिक गतिविधियों की कोई अनुमति नहीं दी गई है।

सूचना में यह भी स्पष्ट किया गया है कि मंदिर परिसर में हुए अवैध निर्माण की किसी प्रकार की सूचना भी विभाग के पास उपलब्ध नहीं है। देव स्थान विभाग की सहायक आयुक्त श्वेता चौधरी के हवाले से आरटीआई के जवाब में दी गई सूचना में बताया गया है कि जगन्नाथ मंदिर में पुजारी परिवार द्वारा निर्मित मकानों में विद्युत कनेक्शन करवाने के लिये भी विभाग से कोई स्वीकृति नहीं ली गई है।

 

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अवैध निर्माण पर भी दी गई जानकारी में बताया गया है कि मंदिर परिसर में हुए अवैध निर्माण को लेकर विभागीय निरीक्षक की रिपोर्ट के आधार पर संपदाधिकारी न्यायालय में वाद विचाराधीन है।

मंदिर परिसर के पास मीणों के चौक के निवासियों ने सहायक आयुक्त देव स्थान विभाग को जो ज्ञापन देकर मंदिर परिसर में संचालित अवैध गतिविधियों को रोकने की मांग की है,

उस ज्ञापन में बताया गया है कि विभाग के आदेश के बावजूद मंदिर परिसर में एक वर्ष में केवल एक पुजारी ही बारी के अनुसार मंदिर परिसर में रहेगा मगर विभाग द्वारा नियुक्त चार पुजारियों जगन्नाथ पण्डा, रघुनाथ पण्डा, रामचन्द्र पण्डा व गोपालदास पण्डा का परिवार आज भी मंदिर परिसर में निवास कर रहा है।

इनमें गणेश पण्डा, श्रवण पण्डा पुत्रगण रामचन्द्र पण्डा, गोविन्द पण्डा, चुन्नीलाल पण्डा पुत्रगण गोपालदास पण्डा, देवकिशन पण्डा पुत्र रघुनाथ पण्डा, रवि पण्डा पुत्र जग्गनाथ पण्डा आदि का परिवार शामिल है। ज्ञापन के अनुसार इन पण्डा परिवारों ने मंदिर परिसर में अवैध रूप से अपने-अपने मकान बनवा लिये हैं। मंदिर के आगे दुकान बनाकर किराये पर चढ़ा चुके हैं।

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दुकानों को बिजली भी मंदिर से दी जा रही है। मंदिर परिसर में पुजारी परिवार द्वारा डेयरी, ब्यूटी पार्लर, भोजनशाला, अवैध पार्किंग स्थल के रूप में मंदिर परिसर का व्यावसायिक उपयोग व नमकीन की दुकान भी संचालित की जा रही है।

पुजारियों द्वारा संचालित व्यावसायिक गतिविधियों में नौकरी करने वाले लोग भी मंदिर परिसर में ही निवास करते हैं।

ज्ञापन में जग्गनाथ मंदिर में पूजा करने वाले परिवार द्वारा बरती गई अनियमितताओं की व्यापक जांच करवाने तथा कार्रवाई करने की मांग की गई है। ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधि मंडल में वार्ड 80 के पार्षद वसीम फिरोज, बाबूलाल मीणा, अशोक दैया, घनश्याम मीणा, सुमित सोनगरा, भंवर मीणा, श्रवण कुमार बागवा, दीपक सिंह दैया, महेन्द्र सिंह, राजेश कुमार स्वामी,

भीम सिंह, भवानी सिंह, मूल सिंह, विशाल कुमार, आत्माराम मीणा, प्रकाश मीणा, धर्मवीर, हरीश गहलोत, अजय टाक, घनश्याम सोनी, नितिन गहलोत, राकेश गहलोत, धर्मेन्द्र सोनगरा, राजकुमार, मूल सिंह नाथ, संजय मीणा, अशोक राठौड़, शैलेन्द्र राय, आबिद, शौकत अली, गौरव सोनगरा, भंवरलाल श्रीमाली, युसुफ, मोहम्मद रफीक, नवरतन आचार्य आदि शामिल रहे।

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