फर्जी परीक्षार्थी बैठाकर परीक्षा दिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 3 बिहारी युवकों सहित 4 आरोपी गिरफ्तार
Usha Joshi
जयपुर (समाचार सेवा)। फर्जी परीक्षार्थी बैठाकर परीक्षा दिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 3 बिहारी युवकों सहित 4 आरोपी गिरफ्तार।
राज्य पुलिस के स्पेशशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने एसओजी परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थी बैठाकर परीक्षा दिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। एसओजी ने इस मामल में तीन बिहारी युवकों सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। जानकारी के अनुसार इस अन्तर्राज्यीय गिरोह के मुख्य सरगना की तलाश के लिये एस.ओ.जी की कुछ टीमें बाहर रवाना की गई हैं।
गिरफ्तार आरोपियों में राजस्थान के अलवर जिले में राजगढ थाना क्षेत्र के कल्याणपुरा क्षेत्र निवासी चेतराम मीणा पुत्र गबरूराम (25) भी शामिल हैं।
इसके अलावा बिहार प्रदेश में सुपौर जिले के किशनपुर थाना क्षेत्र के गांव बनौरिया भायान भटियाही निवासी प्रमोदकुमार यादव पुत्र भुवनेश्वर यादव, पूर्व चम्पारण जिले में हवाई अडडा चौक मोतिहारी निवासी अवनीश कुमार राजपूत पुत्र अजित कुमार (27) तथा बक्सर जिले में राजपुर तहसील के हेटुवा गांव निवासी विनयकुमार गुप्ता पुत्र श्रीकृष्णा गुप्ता (26) को भी गिरफतार किया गया है।
पूछताछ में मुल्जिमान द्वारा विभिन्न राज्यों में एस.एस.सी., एस.बी.आई. बैंक, डी.डी.ए, मैट्रो, एफ.सी.आई, यूपी पुलिस इत्यादि की परीक्षा दूसरे परीक्षार्थियों के स्थान पर देना बताया है, जिनसे इस संबंध में अनुसंधान किया जा रहा है।
राज्य पुलिस के एंटी टेरिरिस्ट स्क्वाड व एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक उमेश मिश्रा ने बताया कि पिछले दिनों एसओजी को सूचना प्राप्त हुई थी कि राज्य में 14 तथा 15 जुलाई को पुलिस कानिस्टेबल तथा 15 जुलाई को ही एस.एस.सी. की होने वाली परीक्षा में दिल्ली व बिहार से कुछ लडके परीक्षार्थीयों की जगह बैठकर परीक्षा देंगे।
उन्होंने बताया कि सूचना के आधार पर एस.ओ.जी उप महानिरीक्षक संजय श्रोत्रिय के निर्देशन में एसओजी की टीमों द्वारा विभिन्न परीक्षा केन्द्रों व सार्वजनिक स्थानों पर निगरानी रखी गयी।
निगरानी के दौरान नारायण सिंह सर्किल, जयपुर पर 15 जुलाई की को शाम के समय मुखबिर के बताये अनुसार कुछ संदिग्ध लड़के दिखाई दिये जो दिल्ली जाने वाली बसों का इंतजार कर रहे थे।
सभी से नाम पते पूछे गए आरोपियों ने अपने नाम प्रमोद यादव, विनय गुप्ता, अवनीश राजपूत तथा चेतराम मीणा बताये।
मिश्रा के अनुसार प्रारंभिक पूछताछ में प्रमोद, विनय व अवनिश ने जयपुर में होने वाली एस.एस.सी की परीक्षा विभिन्न केन्द्रों पर देकर आना तथा चेतराम मीणा ने प्रमोद के साथ परीक्षा दिलाने के लिये साथ जाना बताया।
उक्त चारों व्यक्तियों की तलाषी में काफी संख्या में एस.एस.सी, नागरिक पुलिस एवं आरक्षी प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी के प्रवेष पत्र, विभिन्न परीक्षार्थियांे की फोटों, परीक्षा की ओ.एम.आर. शीट, परीक्षार्थियों के आधार कार्ड, ड्राईविंग लाईसेंस इत्यादि संदिग्ध दस्तावेज पाये गये। इस पर एस.ओ.जी द्वारा आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाकर अनुसंधान जारी है।
अभियुक्तों से हुई पूछताछ में यह भी सामने आया कि प्रमोद कुमार यादव उपरोक्त परीक्षा देने पटना से हवाई मार्ग से दिल्ली आया तथा दिल्ली से टैक्सी से जयपुर आया और दूसरे परीक्षार्थी की जगह परीक्षा देकर आया।
इसी प्रकार विनय व अवनीश भी दिल्ली से एक दिन पहले जयपुर आये और दूसरे परीक्षार्थियों की जगह बैठकर परीक्षा देकर आये थे।
ये लोग राजस्थान के भी अनेक लोगों के सम्पर्क में थे, जिनसे उनके फोटों, परिचय पत्र आदि मंगवाकर फोटों मिक्सिंग से अपना हुलिया लगभग उसी प्रकार का बनाते और उसी फोटों एडमिट कार्ड को परीक्षा देते समय उपयोग करते थे।
पूछताछ में यह भी सामने आया कि विनय कुमार रविवार को दूसरी पारी में राजस्थान पुलिस की भर्ती परीक्षा देने के लिए सीकर गया था, लेकिन परीक्षा केन्द्र पर पुलिस व्यवस्था व चैकिंग देखकर परीक्षा दिये बगैर ही वापस आ गया।
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