जनगणना 2021 की तैयारियां तेज, निदेशालय ने मांगी ग्रामीण क्षेत्रों की अपडेट सूचनायें
बीकानेर, (समाचार सेवा)। जनगणना 2021 की तैयारियां तेज, निदेशालय ने मांगी ग्रामीण क्षेत्रों की अपडेट सूचनायें।हिन्दुस्तान की नरेन्द्र मोदी सरकार ने 2021 की जनगणना की तैयारी शुरू कर दी है। जनगणना कार्य निदेशालय राजस्थान ने जनगणरना 2021 के लिये योजना के तहत राज्य के ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग को पत्र लिखकर राज्य की तमाम पंचायत समितियों तथा उनके अधीन आने वाली ग्राम पंचायतों का विवरण मांगा है।
जानकारी के अनुसार ग्रामीण अर्थव्यवस्था और किसानों की दशा का वास्तविक चेहरा समझने के लिए कुछ जनगणना कार्य में अनेक नए मानकों को भी जनगणना में जोड़ा जाएगा। अधिकारियों के अनुसार अनेक मानक वक्त के हिसाब से पुराने हो गए हैं उन्हें हटाया जाएगा और पहले शामिल नहीं किए गए मानकों को इस बार जोड़ा जाएगा।
ग्रामीण विकास विभाग सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जनगणना निदेशालय ने अपने पत्र में राज्य के विभिन्न जिलों में आने वाली पंचायत समितियों, उनके अधीन आने वाली ग्राम पंचायतों में शामिल सभी गांवों की अपडेट सॉफट कॉपी में निदेशालय भिजवाने की व्यवस्था करने को कहा गया है।
इसके साथ ही पत्र में सभी जिला परिषदों को भी पंचायत समिति के अनुसार नक्शे, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों, पंचायत समिति के विकास अधिकारियों का डाटा बेस, उनके नाम, फोन नंबर, मोबाइल नंबर, ईमेल एड्रेस, सॉफट कॉपी में निदेशालय भिजवाने को कहा गया है।
जनगणना निदेशालय के इस पत्र के आधार पर राज्य के ग्रामीण विकास विभाग एवं पंचायती राज विभाग के संयुक्त सचिव विधि ने मंगलवार 24 जुलाई को राज्य के सभी जिला परिषदों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को पत्र लिखा है।
इस पत्र में जनगणना 2021 के लिये पंचायत समितियों व उनके अधीनस्थ ग्राम पंचायतों में शामिल सभी गांवों की अपडेट सूची, नक्शे, विकास अधिकारियों के नाम, पते, फोन, ईमेल पंचायत समितिवार सॉफ़ट कॉपी में तत्काल प्रभाव से जनगणना निदेशालय भिजवाने को कहा गया है।
* जनगणना के कुछ तथ्य
स्वतंत्रता के बाद देश में पहली जनगणना वर्ष 1951 में की गई थी। इससे पहले 1872 में लार्ड मेयो के कार्यकाल भारत में पहली जनगणना हुई थी। उसके बाद भारत में नियमित जनगणना की शुरुआत साल 1881 में लार्ड रिपन के कार्यकाल में हुई थी। जनगणना का महाभिवजक वर्ष 1921 है। देश में प्रति 10 वर्ष में जनगणना की जाती है। जनगणना का लघु विभाजक वर्ष 1951 है। साल 2011 में हुई आखिरी जनगणना देश की 15वीं और आजाद स्वतंत्र भारत की 7वीं जनगणना है।
* जानिये जनगणना के बारे में
जानकारी में रहे कि भारत में प्रति 10 वर्ष में जनगणना की जाती है। पिछली जनगणना वर्ष 2011 में हुई थी। उस समय भारत की जनसंख्या एक अरब 21 करोड़ 08 लाख 54 हजार 977 दर्ज की गई थी। वर्तमान में देश में पिछले महीने से जनगणना की औपचारिक प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस संबंध में गृहमंत्रालय की उच्च स्तरीय बैठक में डिजाइन तैयार करना, हितधारकों की बैठक और चयनित राज्यों में पायलट प्रोजेक्ट पर चर्चा की गई।
* जनगणना के तरीकों में होगा बदलाव
हाल में अनेक जानकारों ने राय दी थी कि अनेक मामलों में जनगणना या नेशनल सैंपल सर्वे से मिले आंकड़ों से सही तस्वीर सामने नहीं आती है। ऐसी राय को ध्यान में रखते हुए मद्देनजर इस बार जनगणना में बड़ा बदलाव करने की तैयारी है।
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