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विकास लोगों का होगा तभी विकसित होगा भारत-प्रो. ए.पी. पाढ़ी

India will develop only when the development is of the people- Prof. A.P. Padhi

NEERAJJOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा) विकास लोगों का होगा तभी विकसित होगा भारत-प्रो. ए.पी. पाढ़ी, बहरमपुर विश्वविद्यालय ओड़िसा के पूर्व कुलपति तथा भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद (ईप्‍सा) के पूर्व अध्‍यक्ष  प्रो. ए. पी. पाढ़ी ने कहा कि कोई भी राष्ट्र तभी विकसित होता है जब उसके लोगों का विकास होता है।

प्रो. पाढ़ी शुक्रवार को महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय (एमजीएसयू) बीकानेर के संत मीराबाई सभागार में भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद एवं एमजीएसयू के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित अर्न्तराष्ट्रीय संगोष्ठी’’ विकसित भारत-2047  के तकनीकी सत्र को मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्‍होंने कहा कि विकसित भारत के साझा लक्ष्य को हासिल करने के लिए हर विश्वविद्यालय के छात्रों एवं युवाओं की ऊर्जा को दिशा देने की जरूरत है। प्रो. पाढ़ी ने कहा कि युवा वर्ग इसे आंदोलन समझ कर अपने जीवन में परिवर्तनकारी एजेंडा शामिल कर अपनी भूमिका सुनिश्चित करें।

उन्होने भारत के प्रत्येक विश्वविद्यालय एवं कॉलेज में इस हेतु विशेष अभियान चलाने का सुझाव दिया। संगोष्‍ठी के दूसरे तकनीकी सत्र में मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस. पी. शाही, चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने भारतीय राजनीति विज्ञान का भारत में भविष्य विषय पर अपना व्याख्यान दिया। संगोष्ठी में प्रो. एम.एस. चतुर्वेदी मेमोरियल व्याख्यान का भी आयोजन हुआ। इसमें प्रो. कुलदीप चन्द्र अग्निहोत्री ने व्याख्यान दिया।

अध्यक्षीय उद्बोधन अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय भोपाल के पूर्व कुलपति प्रो एम.एल.छिम्पा ने दिया। इससे पूर्व अर्न्तराष्ट्रीय संगोष्ठी विकसित भारत-2047 का शुभारंभ शुक्रवार को हुआ। एमजीएसयू कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित ने देश भर से आये शिक्षाविदों का शाब्दिक स्वागत किया।

लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार

संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद का लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार बहरमपुर विश्वविद्यालय के प्रो. जुगल किशोर मिश्रा को, सर्वश्रेष्ठ शोधार्थी का पुरस्कार पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से श्रेया घोष को प्रदान किया गया। सीनीयर शोधार्थी का पुरस्कार डॉ. अजय कुमार सिंह, फीमेल राजनीति शास्त्री का पुरस्कार जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की प्रो. वंदना मिश्रा, सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र का पुरस्कार गुवाहाटी की पूर्ण कान्ता टॉय एवं केरला विश्वविद्यालय की प्रो. अनसूईया नैन को दिया गया।

विकसित भारत का विजन

अध्यक्षीय उद्बोधन में भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद की अध्य़क्ष ने कहा कि विकसित भारत का विजन एक समृद्ध भारत के निर्माण की संकल्पना करता है तथा सभी श्रेत्रों के सभी नागरिकों को अपनी क्षमता तक पहुंचने का अवसर प्रदान करता है। उन्होनें विकसित भारत की संकल्पना में युवाओं की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विश्व की सबसे बड़ी युवा शक्ति के माध्यम से यह सपना साकार हो सकता है।

वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की

कार्यक्रम में स्थानीय आयोजन सचिव डॉ. मेघना शर्मा, डॉ. धर्मेश हरवानी ने भी विचार रखे। संचालन डॉ. अनसुईया नैन ने किया। समारोह में राजनीति विज्ञान परिषद के महासचिव प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने परिषद की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्‍होंने बताया कि संगोष्‍ठी के लिये 1300 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकरण करवाया है।

विवि की स्‍मारिका मरु गंगा का विमोचन

समारोह के दौरान अतिथियों द्वारा विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गई स्मारिका मरू गंगा, कुलपति प्रो. मनोज कुमार दीक्षित एवं प्रो. कौशल किशोर मिश्रा द्वारा लिखित पुस्तक मोर्नाकी इन मनुस्मृति  सहित 25 से अधिक प्रतिभागियों की शोध एवं अकादमिक पुस्तकों का विमोचन किया गया।

ये शिक्षाविद रहे मौजूद

समारोह में विलिमय कैरी विवि शिलांग मेघालय के कुलपति तथा ईप्‍सा के उपाध्‍यक्ष प्रो सोमा भौमिक, केन्द्रीय विवि केरला के पूर्व कुलपति प्रो. के. जयप्रसाद, ईप्‍सा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा बहरमपुर विवि, ओडिशा के कुलपति प्रो. गीताजंलि दास, महात्मा गांधी केन्द्रीय विवि, मोतीहारी बिहार के पूर्व कुलपति तथा ईप्‍सा के महासचिव प्रो. संजीव कुमार शर्मा  आदि भी मौजूद रहे।

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