दादा-दादी ने पोते-पोतियों संग खेली गुब्बारा फुलाना प्रतियोगिता
*नाना-नानी ने नातियों संग खेले माला पिरोने के खेल
NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। दादा-दादी ने पोते-पातियों संग खेली गुब्बारा फुलाना प्रतियोगिता, आदर्श विद्या मन्दिर शिशुवाटिकाश् गंगाहर मे सोमवार को बालक-बालिकाओं के सर्वागिण विकास मे दादा-दादी व नाना-नानी की भुमिका पर परिचर्चा कार्यक्रम- दादा-दादी सम्मेलन आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन व सरस्वती वंदना से किया गया। दादा-पोता व दादी-पोती के मध्य कुछ प्रतिस्पर्दा वाले खेलों गुब्बारा फूलाना, माला पिरोना का भी आयोजिन रखा गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राजकुमार ने कहा कि वर्तमान युग की नई पीढी में तेजी से ज्ञान व तकनीकी के आधार पर बदलाव हो रहा हैं।
ऐसे समय मे दादा -दादी की जिम्मेदारी अधिक बढ जाती है कि बच्चों को वर्तमान समय मे सुसंस्कारों से वंचित नहीं होने दिया जाए। इसके लिए आदर्श विद्या मन्दिर के साथ एक कड़ी के रूप में जुड़कर घर परिवार का वातावरण संस्कारित रखा जाए ताकी बच्चें उन्ही क्रियाकलापो को ग्रहण करे।
घर मे ईश वंदना, भोजन मंत्र, बड़ों का सम्मान करना, कहना मानना, पर्यावरण सुरक्षा, अच्छा खान-पान का वातावरण रखा जाना चाहिए। दिनचार्य भी हमेशा अच्छी व स्वाध्याय लाभ वाली हो ऐसे सभी क्रियाकलापों को ध्यान में रखते हुए बच्चों के संस्कारों का पोषण करना है।
मुख्य अतिथि भागीरथ ने कहा कि आदर्श विद्या मन्दिर के सभी क्रियाकलापों को हमें घर में भी सम्मान देकर बालकों को प्रेरित करना चाहिए। प्रंबध समिति के अध्यक्ष मेघराज बोथरा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस अवसर पर संकुल के सभी प्रधानाचार्य नवल किशोर सैनी, मधुबाला, सुनीता व सुमन उपस्थित रहे।
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