भीषण तपन, धूल भरी आंधियां दे रही हैंं सुकाल के संकेत
बीकानेर। वर्तमान की तेज गर्मी व धूल भरी आंधियां परेशानी की नहीं बल्कि खुशहाली आने का संकेत देने वाली हैं।
परंपरागत किवदंतियों एवं पुराने काश्तकारों के दीर्घ अनुभव को आधार मानें तो इस बार की अच्छी बारिश से चारों तरफ खुशहाली का माहौल रहेगा।
प्राचीन काल से मान्यता है कि जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में आता है तो न्यूनतम नौ दिन अगर लगातार भयंकर तपे, इसके पश्चात मृगशिरा नक्षत्र में न्यूनतम 14 दिन तक अगर मृग (हरिण) भागते हैं तो जमाना अच्छा होने के संकेत हैं।
इस दौरान लगातार धूल भरी आंधियां चलती रहे और उसके बाद मृगशिरा नक्षत्र से सूर्य आर्द्रा नक्षत्र में आने पर 14 दिन तक हल्की बूंदाबांदी होती रहे तो पुनर्वसु नक्षत्र में भारी बारिश होना तय है।
इन दिनों बीकानेर में ऐसा ही मौसम हो रहा है, इससे संकेत है कि इस बार मानसून में अच्छी बारिश होगी जो किसानों के लिए अच्छा जमाना होने के शुभ संकेत है।
बुजुर्ग काश्तकार केसरी सिंह की मानें तो इस बार जैसी भीषण तपन और उसके बाद धूल भरी आंधियां आने वाल सुकाल के संकेत दे रही है।
पीढ़ियों से स्थापित किवदंतियों एवं कहावतों की प्रचलित मान्यता के मुताबिक इस बार मौसम की तब्दीली इस तरफ इशारा कर रही है कि नौ तपा के बाद सूर्य का पारा रिकॉर्ड तोड़ रहा हो और उसके बाद निरंतर धूल भरी आंधियां किसानों में श्रावणी की फसलों के शानदार रहने का आश्वासन ही है।
इस बार रोहिणी नक्षत्र में भयंकर नौ तपा रहा, इसके बाद मृगशिरा के सात दिन से तेज आंधियों का दौर जारी है। ऐसा मौसम 21 जून तक रहने की संभावना है। इसके बाद आर्द्रा नक्षत्र में यदि बूंदाबांदी हुई तो समझ लीजिए 5 जुलाई से पुनवर्सु नक्षत्र में बारिश होना निश्चित है। वस्तुत: सूर्य एक नक्षत्र में करीब 14 दिन तक गोचर करता है।
यही चौदह दिन अकाल या सुकाल का संकेत बताते हैं।
* शिफ्ट हो रहे हैं रेत के धौरे?
बीकानेर की धूल भरी आंधियां अपने साथ महीन मिट्टी लेकर आ रही हैं जिससे ऐसा लगता है कि जैसे रेत के धोरे शिफ्ट हो रहे हैं। जिले में नौ तपा के बाद से लगातार एक सप्ताह से आंधियों ने पूरे माहौल को धूल-धूसरित कर रखा है।
* गृहणियां व दुकानदार परेशान
पिछले एक सप्ताह से रात-दिन चलने वाली आंधियों ने जनजीवन व व्यवसाय चौपट कर रखा है। घरों में रोजाना मिट्टी की परत जम जाने से गृहणियां परेशान हैं तो खान-पान की दुकानों पर मिठाई व नमकीन पर धूल जम जाने से दुकानदार भी चिंतित हैं।
वरिष्ठ पत्रकार श्री श्याम शर्मा की रिपोर्ट।
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