भोपाल के पत्रकार डॉ. सुधीर सक्सेना व बीकानेर के साहित्यकार राजाराम स्वर्णकार को तैस्सितौरी अवार्ड
बीकानेर, (समाचारसेवा)। भोपाल के पत्रकार डॉ. सुधीर सक्सेना व बीकानेर के साहित्यकार राजाराम स्वर्णकार को तैस्सितौरी अवार्ड, सादूल राजस्थानी रिसर्च इन्स्टीट्यूट बीकानेर के तत्वावधान में इटली मूल के राजस्थानी विद्वान डॉ. एल. पी. तैस्सितोरी की 134वीं जयंती पर दो दिवसीय कार्यक्रम के तहत दूसरे दिन मंगलवार को बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल के सभागार में डॉ. एल.पी. तैस्सितोरी अवार्ड अर्पण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
समारोह में वर्ष 2020 के लिए भोपाल के साहित्यकार-पत्रकार डॉ सुधीर सक्सेना तथा वर्ष 2021 के लिए बीकानेर निवासी साहित्यकार राजाराम स्वर्णकार को तैस्सितोरी अवार्ड से नवाजा गया। दोनों साहित्यकारों को अतिथियों द्वारा सम्मान स्वरूप शाल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह एवं अभिनंदन पत्र भेंट किया गया। मुख्य अतिथि राजस्थान राज्य अभिलेखागार के निदेशक डॉ. महेन्द्र खड़गावत ने कहा कि सरस्वती तथा दृषद््वती की सूखी घाटी में कालीबंगन में हड़प्पा पूर्व के प्रसिद्ध केंद्र की खोज करने का श्रेय सर्वप्रथम डॉ. तैस्सितोरी को ही जाता है।
उन्होंने कहा कि डॉ तैस्सितोरी का भारतीय कला संस्कृति एवं पुरातत्व के क्षेत्र में योगदान अद्वितीय था। पांच वर्ष के दीर्घकाल तक यहां की विषम परिस्थितियों में अत्यधिक कठिनाइयां सहन करके भी डॉ. तैस्सितोरी ने विभिन्न घाटियों, रेत के टीलों, नगरों और मंदिरों, किलों तथा नगर के विभिन्न दुर्गों की यात्राएं की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार राजेन्द्र जोशी ने बताया कि डॉ. तैस्सितोरी सन 1917 में 5 अप्रैल से 10 अप्रैल तक रहे और कालीबंगन के प्रागैतिहासिक विशेषताओं से युक्त पत्थर की फालों, मिट्टी के वलयों तथा तश्तरियों, अस्थिनिर्मित उपकरणों तथा पात्रों के खंडों के साथ-साथ तीन पाषाण मुद्राएं भी भूमि से खोद निकाली।
कार्यक्रम में व्यंगकार डॉ अजय जोशी, शिविरा के पूर्व सम्पादक मुकेश व्यास, साहित्यकार मधु आचार्य, डॉ नीरज दइया, अशफÞाक कादरी, शायर डॉ नासिर जैदी, गीतकार-रचनाकार ज्योति वधवा रंजना, कार्यक्रम में चन्द्रशेखर जोशी, डॉ सीताराम गोठवाल, रजनी छाबड़ा, मनीषा आर्य सोनी, ब्राह्मण स्वर्णकार पंचायत भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रेमरतन महेचा, विकास पेंशनर्स सोसायटी के सुन्दरलाल सोनी, सागरमल सोनी, प्रेमप्रकाश सोनी, श्रीगोपाल स्वर्णकार, ऋषिकुमार अग्रवाल,
प्रेमनारायण व्यास, शिवशंकर शर्मा, डॉ कृष्णा आचार्य, बुलाकी शर्मा, गिरिराज पारीक, संजय जनागल, शिवकुमार शर्मा, बृजगोपाल जोशी, मोहम्मद फारूख चौहान, नवनीत पाण्डे, बी एल नवीन, हनुमान कच्छावा, एडवोकेट महेन्द्र जैन आदि उपस्थित रहे। संचालन कवियत्री-आलोचक डॉ. रेणुका व्यास ने किया। एन.डी. रंगा ने आभार प्रकट किया।
Share this content: