Home Rajasthan news दिल्ली में दिखेगी जयपुर की हेरिटेज विरासत

दिल्ली में दिखेगी जयपुर की हेरिटेज विरासत

Heritage heritage of Jaipur will be seen in Delhi

जयपुर,  (samacharseva.in)। नई दिल्ली के राजपथ पर चार साल बाद 26 जनवरी को राजस्थान की झांकी निकलेगी।

गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार दर्शकों को राजस्थान की झांकी भी देखने को मिलेगी।  गणतंत्र दिवस परेड में यह झांकी जयपुर की विश्व विख्यात हेरिटेज विरासत विषय पर होगी। जयपुर के जाने माने कलाकार हरशिव शर्मा ने झांकी की डिजाइन बनाई है।

शर्मा इससे पूर्व भी लगभग 10 झांकियो की डिजाइन तैयार कर चुके है।  राजस्थान ललित कला अकादमी के कार्यवाहक सचिव विनय शर्मा ने झांकी के चयन के लिए नई दिल्ली में आयोजित बैठक में भाग लेने के पश्चात बताया कि गणतंत्र दिवस समारोह में राजस्थान की झांकी का भी चयन किया गया है। 

आइसीएआर से हुआ एसकेआरएयू का एक्रीडेशन


कुलपति प्रो. सिंह के नेतृत्व में विश्वविद्यालय को मिली एक और सफलता


बीकानेर, (samacharseva.in)। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) के नेशनल एग्रीकल्चरल एजुकेशन एक्रीडेशन बोर्ड द्वारा स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय और इससे सम्बद्ध महाविद्यालयों का पांच वर्ष के लिए एक्रीडेशन कर दिया गया है। कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह के नेतृत्व में विश्वविद्यालय को एक और सफलता मिली है।


एक्रीडेशन होने के बाद विश्वविद्यालय को आइसीएआर के प्रोजेक्ट्स और अनुदान नियमित रूप से मिल सकेंगे। शैक्षणिक और अनुसंधान गतिविधियों को और गति मिलेगी। इससे किसानों को लाभ होगा। विश्वविद्यालय में अध्ययन कर चुके विद्यार्थियों को देशभर के कृषि विश्वविद्यालयों में प्रवेश मिल सकेगा।
कुलपति प्रो. सिंह ने बताया कि आइसीएआर की पांच सदस्यीय रिव्यू टीम ने गत 9 से 11 नवंबर तक समस्त महाविद्यालयों एवं निदेशालयों का निरीक्षण किया था।

टीम द्वारा निरीक्षण रिपोर्ट आइसीएआर के समक्ष प्रस्तुत की गई। इसके बाद 9 दिसम्बर को नेशनल एग्रीकल्चरल एजुकेशन एक्रीडेशन बोर्ड की 25वीं बैठक में एक्रीडेशन से संबंधित चर्चा हुई। इसके बाद आइसीएआर द्वारा विश्वविद्यालय एवं इससे सम्बद्ध महाविद्यालयों का एक्रीडेशन कर दिया गया है। एक्रीडेशन की यह अवधि 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2024 तक रहेगी।


कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय के सभी डीन-डायरेक्टर्स तथा शैक्षणिक-अशैक्षणिक स्टाफ सदस्यों द्वारा ‘टीम भावना’ के साथ किए गए कार्य की बदौलत एक्रीडेशन हो पाया है। इससे विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों को गति मिलेगी और विद्यार्थियों को सर्वाधिक लाभ होगा।


प्रो. मिश्रा से मिले कुलपति


कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह ने बुधवार को नई दिल्ली में एग्रीकल्चरल साइंिटस्ट रिक्रूटमेंट बोर्ड के चेयरमैन प्रो. ए. के. मिश्रा और भारतीय कृषि उप महानिदेशक (शिक्षा) डाॅ. आर. सी. अग्रवाल से मुलाकात की। उन्होंने इस दौरान विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों के संबंध में चर्चा की।

लगतार तीसरे दिन फील्ड में रहे कृषि वैज्ञानिक
टिड्डी प्रभावित क्षेत्र का किया दौरा

बीकानेर, (samacharseva.in)।स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिकों की टीम ने लगातार तीसरे दिन बुधवार को टिड्डी प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान कृषि विद्यार्थी भी साथ रहे तथा वस्तुस्थिति की जानकारी ली। इस दौरान उच्च शिक्षा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी ने विश्वविद्यालय द्वारा टिड्डी नियंत्रण के लिए की जा रही गतिविधियों की समीक्षा की।
कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति के सदस्य डाॅ. विजय शंकर आचार्य ने बताया कि बुधवार को गांव जागणवाला में टिड्डी प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान डाॅ. सुरेन्द्र यादव और डाॅ. अशोक मीना के साथ महाविद्यालय के कीट विज्ञान और पादप रोग विज्ञान विभाग के स्नातक, स्नातकोत्तर एवं विद्या वाचस्पति के विद्यार्थी साथ रहे। कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों से बातचीत की गई तथा नियंत्रण के उपायों के बारे में बताया। शोध विद्यार्थियों ने विभिन्न अवस्था की टिड्डियों को देखा तथा प्रायोगिक कार्य के लिए इन टिड्डियों को एकत्रित किया। 
कुलपति ने गठित की टीम
उल्लेखनीय है कि टिड्डी प्रभावित क्षेत्र में जागरुकता की विभिन्न गतिविधियां संचालित करने के मद्देनजर कुलपति की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय टीम का गठन किया गया। कुलपति के नेतृत्व में सोमवार को वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिकों में बिजेरी में टिड्डी प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। वहीं मंगलवार और बुधवार को भी यह क्रम जारी रही। उधर, कुलपति के निर्देशानुसार कृषि विज्ञान केन्द्र जैसलमेर के कृषि वैज्ञानिकों ने भी जैसलमेर के टिड्डी प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया तथा किसानों को उचित मार्गदर्शन दिया।