पति का गलत नाम दर्ज होने से 50 वर्ष तक लगाने पडे अधिकारियों के चक्कर
बीकानेर, (समाचार सेवा)। 80 वर्षीय शांति देवी को 50 वर्ष बाद मिले जमीन के दस्तावेज, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कुछ माह पूर्व बीकानेर में हुए जन सुनवाई में अपने पति पारीक चौक निवासी झंवरलाल सोनी को 1971 में आवंटित कृषि भूमि के दस्तावेज मांगने वाली 80 वर्षीय विधुर महिला शांति देवी की मुराद आखिरकार 50 साल बाद पूरी हो गई।
सोमवार 13 जून 2022 को कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने शांति देवी को पूगल तहसील के भानीपुरा गांव में आबंटित उनकी जमीन के दस्तावेज सौंपे तथा खातेदारी अधिकार, नामान्तरण आदि कार्य को कुछ दिनों में करवाने का आश्वसान दिया।
इस अवसर पर पूगल के तहसीलदार रामेश्वर व अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। जमीन के दस्तावेज सौंपने में 50 साल की देरी का कारण रहा कि कृषि भुमि जिस झंवरलाल सोनी के के नाम आबंटित थी, कागजों में उनका नाम भंवरलाल जैन अंकित हो रखा था।
बाद में बीकानेर में कचहरी में पान की दुकान चलाने वाले तथा बारानी खेती करने वाले झंवरलाल सोनी का 1977 में निधन हो गया। तब ये शांति देवी आवंटित जमीन व उसके कागजात को भूलकर मेहनत, मजदूरी कर अपने छह छोटे बच्चों के पालन पोषण किया।
बात मुख्यमंत्री तक पहुंची हुई थी इसलिये सारा रिकार्ड छाना गया। सीएम गहलोत ने जनसुनवाई में मिला यह परिवाद यह कार्य बीकानेर कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल को सौंपा और समाधान करने को कहा था।
अंत्योदय परिवार की शांति देवी ने कागजात मिलने के बाद राज्य सरकार व कलक्टर का आभार जताया।