यदि आप साहित्यकार हैं तो इस समाचार को पूरा पढें
बीकानेर, (समाचार सेवा) यदि आप साहित्यकार हैं और अपने हिन्दी व राजस्थानी भाषा के मौलिक लेखन के लिये पुरस्कार पाना चाहते हैं तो इस समाचार को पूरा पढें। आपको बता दें कि श्रीडूंगरगढ स्थित एक संस्था ने साहित्य पुरस्कारों के लिये प्रविष्ट्रियां मांगी हैा।
जी हां श्रीडूंगरगढ (राजस्थान) की राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति हिन्दी व राजस्थानी भाषा-साहित्य के मौलिक लेखन को सम्मान प्रदान करने के दृष्टिगत राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति श्रीडूंगरगढ द्वारा प्रति वर्ष दिए जाने वाले पुरस्कार क्रमशः ‘डॉ. नंदलाल महर्शि स्मृति हिन्दी साहित्य सृजन पुरस्कार’, ‘पं. मुखराम सिखवाल स्मृति राजस्थानी साहित्य सृजन पुरस्कार ’ एवं ‘बृजरानी भार्गव स्मृति युवा साहित्यकार पुरस्कार’ हेतु कृतियां,प्रस्ताव बतौर प्रविष्टि आमंत्रित की गई है।
संस्थाध्यक्ष श्याम महर्षि ने बताया कि उक्त दोनों ही पुरस्कार 11-11 हजार रूपये के होंगे और 14 सितम्बर, 2018 को संस्था के वार्षिकोत्सव के अवसर पर आयोज्य समारोह में प्रदान किए जायेंगे। महर्षि ने बताया कि भाषा, साहित्य एवं संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय अवदान के लिए दिए जाने वाला प्रतिष्ठित ‘श्री मलाराम माली स्मृति साहित्यश्री सम्मान’ के लिए भी प्रस्ताव आमंत्रित किए गये हैं । सम्मान हेतु विगत 20 वर्षों के सम्बन्धित क्षेत्र के योगदान को ध्यान में रखा जाएगा।
संस्था के संयुक्त मंत्री रवि पुरोहित ने बताया कि हिन्दी व राजस्थानी पुरस्कारों के लिए आवेदक की आवेदित पुस्तक या प्रस्तावक द्वारा प्रस्तावित पुस्तक पुरस्कार वर्ष से 5 वर्ष पूर्व तक की कालावधि में प्रकाशित होनी चाहिए। इस वर्ष 2018 के पुरस्कारों हेतु वर्ष 2013 से 2017 तक के प्रकाशन ही विचारार्थ स्वीकार्य होंगे।
पुरस्कार हेतु आवेदित/प्रस्तावित कृति साहित्य की किसी भी विधा में हो सकती है परन्तु विश्वविद्यालय की डिग्री या अन्य परियोजनाओं के तहत किए गए कार्य/शोध इस हेतु मान्य नहीं होंगे। सम्पादित कृतियां, विवरणिकाएं, स्मृति या अभिनन्दन-ग्रंथ, रचना समग्र, स्मारिकाएं आदि पुरस्कार की मौलिक लेखन की परिभाषा में शामिल नहीं होंगी और कोई भी आवेदक किसी वर्ष विशेष में केवल एक ही पुरस्कार हेतु आवेदन कर सकेगा।
युवा पुरस्कार हेतु आवेदक/ नामित कृतिकार की आयु 1 जनवरी 2018 को 40 वर्श से अधिक नहीं होनी चाहिए । आयु की पुश्टि हेतु पुश्टिकारक साक्ष्य आवेदन या प्रस्ताव के साथ संलग्न किया जाना आवष्यक होगा, अन्यथा इस पर विचार सम्भव नहीं होगा । मंत्री बजरंग षर्मा ने बताया कि विहित अवधि में प्रकाषित पुस्तक की एक प्रति मय संक्षिप्त परिचय एवं फोटो 15 जुलाई 2018 तक निःशुल्क मंत्री, राश्ट्रªभाषा हिन्दी प्रचार समिति, संस्कृति भवन, एन.एच.11 जयपुर रोड, श्रीडूंगरगढ (बीकानेर) राज0 331803 के पते पर प्रेषित करनी होगी ।
प्राप्त पुस्तकें वापस नहीं लौटाई जावेगी और पुरस्कारों हेतु गठित समिति का निर्णय अन्तिम होगा। श्री मलाराम माली स्मृति साहित्यश्री सम्मान, डॉ. नंदलाल महर्शि स्मृति हिन्दी साहित्य सृजन पुरस्कार एवं पं. मुखराम सिखवाल स्मृति राजस्थानी साहित्य सृजन पुरस्कार में प्रत्येक को सम्मान-पुरस्कार स्वरूप 11-11 हजार रूपये नगद एवं बृजरानी भार्गव स्मृति युवा साहित्यकार पुरस्कार विजेता को 5100 रूपये नगद राशि, सम्मान-पत्र, स्मृति-चिह्न, शॉल आदि भी यथा संस्था निर्णय अर्पित किए जायेंगे। पुरस्कार-सम्मान निर्णय की घोषणा अगस्त माह के तृतीय सप्ताह में की जावेगी ।
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