कौन ले गया ? नत्थूसर गेट, जस्सूसर गेट शीतला गेट और गोगा गेट, के किवाड़
NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। बीकानेर शहर के पांच प्रमुख ऐतिहासिक रियासतकालीन दरवाजों में से चार दरवाजों नत्थूसर गेट, जस्सूसर गेट, शीतला गेट व गोगा गेट के बड़े-बड़े लकड़ी के किवाड़ काफी समय से गायब हैं। एडवोकेट गगन कुमार सेठिया ने इस संबंध में जिला कलेक्टर को ईमेल भेजकर ऐतिहासिक धरोहर किवाड़ों को वापस बरामद कर यथा स्थान लगवाए जाने की तथा दोषियों के विरूद्ध उचित कानूनी कार्यवाही करने का आग्रह किया है।
एडवोकेट सेठिया की ओर से भेजे गए ईमेल के अनुसार बीकानेर शहर में पांच रियासतकालीन मुख्य द्वार हैं, कोटगेट, नत्थूसर गेट, जस्सूसर गेट गोगा गेट तथा शीतला गेट। उन्होंने बताया कि इन सभी जगहों पर रियासतकाल से ही गेट (यानी किवाड़/लकड़ी के दरवाजे जिनमे एक मुख्य दरवाजा तथा दोनों तरफ एक एक कुल दो छोटे दरवाजे) लगे हुवे थे। सेठिया के अनुसार कुछ समय पूर्व इन सभी द्वारो की मरम्मत का कार्य जिला प्रशासन द्वारा करवाया गया था।
इनमें से केवल कोटगेट पर गेट (यानी किवाड़/लकड़ी का दरवाजे जिनमे एक मुख्य दरवाजा तथा दोनों तरफ एक एक कुल दो छोटे दरवाजे) लगे हुवे हैं जबकि बाकि सभी द्वारों नत्थूसरगेट, जस्सूसरगेट, गोगागेट, व शीतलागेट के गेट पर लकड़ी के दरवाजे मौजूद नहीं हैं। उक्त किवाड़ों की सुरक्षा और देख रेख की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की थी।
एडवोकेट सेठिया के अनुसार जिला प्रशासन की लापरवाही या मिलीभगत से उक्त ऐतिहासिक धरोहर (गेट) षड्यंत्रपूर्वक चोरी कर लिए गए हैं। उन्होंने कलेक्टर से आग्रह किया है कि ऐतिहासिक धरोहर गेटों को वापस बरामद कर यथा स्थान लगवाया जाए। साथ ही दोषियों के विरूद्ध उचित कानूनी कार्यवाही की जाए।
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