आज में उपर आसमां नीचे…
पंचनामा : उषा जोशी
आज में उपर आसमां नीचे…
शहर के एक थाने को सम्हाल रहे खाकीधारी जी की पूरे शहर के थानों में धाक है। सत्ता के नजदीकी इन खाकीधारी जी के कई शागिर्द जहां इनकी सिफारिश से शहर के थानों में काबिज हो चुके हैं तो इन खाकीधारी जी से भी बडे कई खाकीधारी भी इन सत्ता के निकट के खाकीधारी जी की बदौलत मनचाही जगह पर जिले में सेट हो चुके हैं।
सत्ता के निकट के इन खाकीधारी जी की पांचों उंगलियां घी में हैं और इनका सर भी कहाड़ी में है। शहर के गुंडे तो इन खाकीधारीजी के नाम से थरथर कांपते हैं। हालांकि इनका गोली चलाने का हुनर अभी सार्वजनिक नहीं हुआ है मगर सुना है ये सरेआम फायरिंग करने वाले बदमाशों को जेल के बजाय अपनी गोलियों से ही उपर पहुंचाने का मादा रखते हैं।
ये खाकीधारी जी विपक्ष के जनप्रतिनिधियों को आइना दिखाने में भी पीछे नहीं रहते। जी, अभी इतना ही पता चला है। उपरोक्त घटनाओं के बाद क्या हुआ उसका पता लगाया जा रहा है।
सबको रखे राम सबको अल्ला रखे
खाकी महकमे में इन दिनों सब अपने में मस्त हैं। शहर में गोलियां चल रही है। बच्चे गोलियों का शिकार हो रहे हैं। कोई पकड़ा नहीं जा रहा है। दिन दहाड़े बाइक की पिछली सीट पर बैठा व्यक्ति चलती बाइक से फायरिंग कर रहा है।
पांच दिन बाद भी पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई है। गोली का शिकार हुआ बच्चे की मौत हो जाती है। खाकी वाले कहते हैं आरोपी को जल्द पकड़ेंगे, पांच दिन पकड़ नहीं सके, अब जल्द पकड़ेंगे। वहीं कोई किसी के घर पहुंचकर आग लगा रहा है। दिन दहाड़े टू व्हीलर, फोर व्हीलर चोरी हो रहे हैं। थाने पहुंचने वाली पीड़िताओं को थाने के ही पुलिसकर्मी बेड टच कर रहे हैं।
सब कुछ उलटा पुलटा चल रहा है। सब यह जानने में व्यस्त हैं कि रसोड़े में कौन था। भाड़ में जाए ऐसा रसोड़ा। शांति शहर को अशांत बना दिया गया है। डोडा पोस्त रखने वालों को पकड़ कर गिरफ्तारियां दिखाई जा रही है। सतर्कता के नाम पर महीनों पुराने आरोपियों को अब पकड़ा जा रहा है। सुन रहे हैं ना टाइगर साहब।
एक अनार सौ बीमार
शहर का एक थाना है पॉश कॉलोनी में बना हुआ है। कॉलोनी के नाम से ही थाना बना हुआ है। इस थाने की थानेदारी पाने के लिये कई सीआई लाइन में है। इन खाकीधारियों ने अपने अपने पक्ष के खादीधारियों को भी संदेश पहुंचा दिया है।
बीकानेर और कोलायत वाले खादीधारी जी इस थाने में अपना आदमी बिठाना चाहते हैं तो नोखा वाले दो लाल खादीधारी इस थाने में अपना खाकीधारी ठूंसना चाहते हैं। सुना है नोखा निवासी खादीधारी ने तो यहां तक कहा है कि वह थाना उसके चुनाव क्षेत्र में रहा है ऐसे में बीकानेर व कोलायत वाले खादीधारियों को इसमें पंचायती नहीं करनी चाहिये।
बहरहाल देखते हैं कौन इस थाने में अपना आदमी बिठाने में कामयाब रहता है।
Share this content: