विद्या भारती के विद्यालयों में तैयार हो रही है संस्कारवान् युवा पीढ़ी-महेन्द्र दवे
NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। विद्या भारती के विद्यालयों में तैयार हो रही है संस्कारवान् युवा पीढ़ी-महेन्द्र दवे, विद्या भारती विद्यालयों के प्रांत सचिव महेन्द्र दवे ने कहा कि विद्या भारती अपने विद्यालयों का संचालन केवल अक्षर ज्ञान के लिए नहीं अपितु संस्कारवान् युवा पीढी तैयार करने के लिए कर रही है।
दवे रविवार को बीकानेर के गंगाशहर स्थित आदर्श विद्या मंदिर उ.मा. विद्यालय में चार जिलों का प्रबंध समिति कार्यकर्ता सम्मेलन को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विश्व में भारत की पहचान हमारे आयामों से होगी।
अंग्रेजों ने धूर्तता के कारण हमारे संस्कारों को समाप्त करने का प्रयास किया लेकिन हमारी भाषा-भूषा, वेश, भोजन भजन व परिवार व्यवस्था ने संस्कारों को जीवित रखा है। प्रांत सचिव दवे ने कहा कि हमने कभी भी गुलामी स्वीकार नहीं की।
800 वर्षों तक मुगलों से व 200 वर्षों तक अंग्रेजों से संघर्ष किया। प्रान्त निरीक्षक गंगाविष्णु ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में जिन विषयों को बताया गया है। विद्या भारती उन विषयों पर पूर्व में ही काम कर रही है।
उन्होंने कहा बालक के मस्तिष्क का 85 प्रतिशत विकास 6 वर्ष तक की आयु में हो जाता है। इस समय के दौरान यदि प्राथमिक शिक्षा घर की भाषा में देंगे तो 85 प्रतिशत सम्भव है। शिक्षा में हमारे देश के स्वाभिमान की बात आनी चाहिए।
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ प्रांत संरक्षक नंदकिशोर सोनी व प्रांत सचिव महेन्द्र दवे ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर किया। कार्यकर्ता सम्मेलन में श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, नागौर व बीकानेर के 150 कार्यकर्ता बंधु सहित सभी विद्यालय समितियों के कार्यकर्ता बन्धु जिला सचिव बुद्धाराम गरवा,
जिलामंत्री मूलचन्द गहलोत, सहमंत्री अमोलकराम ज्याणी, कोषाध्यक्ष बनवारी लाल, स्थानीय अध्यक्ष मेघराज बोथरा, सहमंत्री मूलचन्द गहलोत इत्यादि उपस्थित रहे।
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