ठेके पाने की होड़ ने लील ली जयमलसर के महेन्द्र की जिन्दगी
उषा जोशी
बीकानेर, (samacharseva.in)। ठेके पाने की होड़ ने लील ली जयमलसर के महेन्द्र की जिन्दगी, जयमलसर गांव में अपना वर्चस्व कायम रखने तथा अधिकाधिक ठेके अपने-अपने नाम पाने की होड़ ने कभी एक ही परिवार के कहे जाने वाले लोगों में इतनी दूरियां पैदा कर दी की अब परिवार के लोग ही एक दूसरे की जान के प्यासे हो गए। यही कारण है कि एक पक्ष के महेन्द्र सिंह को गुरुवार को अपनी जान गवांनी पड़ गई।
मौका देखकर उसकी हत्या कर दी गई। परिवार के इस झगड़े में मृतक महेन्द्र सिंह भी दूसरे पक्ष के साथ पहले हाथापाई कर चुका था। उस पर भी मामले दर्ज थे। ठेकों को पाने को लेकर खानदान में इतनी दूरियां बढ गई कि आये दिन झगडे फसाद हुए। यह सिलसिला पुराना है। दूसरे पक्ष ने गुरुवार को मौका पाकर गांव में एक रिश्तेदार के यहां से मिलकर लौटते हुए महेन्द्र सिंह को घेर लिया और लाठियों से पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी। ट्रेक्टर चढाने का भी प्रयास किया।
ये पूर्व में हुए झगडों का ही परिणाम था। आरोपियों ने इस मामले में कभी मृतक महेन्द्र सिंह के पिता के साथ भी मारपीट की थी। गुरुवार को हुई वारदात की जानकारी देते हुए नाल थानाधिकारी विक्रमसिंह चारण ने बताया कि जयमलसर गांव निवासी महेन्द्र सिंह (35) पुत्र ओमसिंह गुरुवार गांव में किसी के निधन होने पर शोक प्रकट करके वापस घर जा रहा था। इसी दौरान गांव के ही देवेन्द्रसिंह, मानवेन्द्रसिंह, प्रभुसिंह, जेठूसिंह, शिशपालसिंह व पांच-छह अन्य लोग ट्रेक्टर व जीप में आए।
आरोपियों ने ट्रेक्टर से महेन्द्र की बाइक को टक्कर मारकर नीचे गिरा दिया। उसके साथ लाठियों से मारपीट की। आरोपियों ने उस पर ट्रेक्टर चढ़ाने का भी प्रयास किया। युवक को गंभीर हालत में बीकानेर के पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में भर्ती कराया गया। जहां शुक्रवार अलसुबह महेन्द्र की मौत हो गई। इस मामले मामले में चार-पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पुरानी रंजिश का मामला है जांच कर रहे हैं,
यह पुरानी रंजिश का मामला है। आरोपी व पीडित आपस में रिश्तेदार हैं। इनके बीच गांव में अपना वर्चश्व रखने व ठेके आदि पाने की होड के कारण मनमुटाव रहा है। इसके कारण काफी समय से दोनों और से झगडे होते रहे हैं। मृतक महेन्द्र पर भी पूर्व में मारपीट के मामले दर्ज हैं। जांच की जा रही है। एक आरोपी शिशुपाल को राउंडअप किया है। अभी कोई गिरफतारी नहीं की है।
पवन कुमार भदोरिया
सीओ सदर, बीकानेर
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