सुरेन्द्र सुराणा कर रहा है तेरापंथ धर्म संघ का दुष्प्रचार : लूणकरन छाजेड
बीकानेर, (समाचार सेवा)। सुरेन्द्र सुराणा कर रहा है तेरापंथ धर्मसंघ का दुष्प्रचार : लूणकरन छाजेड, तेरापंथ धर्मसंघ से जुडे वरिष्ठ पत्रकार लूणकरन छाजेड ने कहा कि तेरापंथ धर्म संघ की संस्था में लगातार अध्यक्ष बने रहने में असफल रहा सुरेन्द्र सुराणा अब धर्म संघ के दुष्प्रचार का प्रयास कर रहा है।
छाजेड ने गुरुवार को बीकानेर में पत्रकारों को बताया कि सुराणा ने जोधपुर संभाग
में पाली जिले के सिरियारी थाने में 3 जून को तेरापंथ के आचार्य श्री महाश्रमण जी व
मुझ सहित 32 लोगों के खिलाफ उसकी प्रतिष्ठा का नुकसान पहुंचाने, धोखाधडी
करने तथा षडयंत्र रचने का झूठा मामला दर्ज कराया है।
छाजेड ने कहा कि आचार्य महाश्रमण जी अन्तरराष्ट्रीय स्तर के संत
हैं। नैतिकता, सद्भावना व अहिंसा के उद्श्य को लेकर पड़ौसी
देशों एवं पूरे भारत वर्ष की पदयात्रा कर रहे हैं। यह एफ.आई.आर. मनगढ़ंत एवं
वास्तविकता से परे कपोल कल्पना है।
उन्होने कहा कि सुरेन्द्र
सुराणा पिछले दो वर्षों से लगातार तेरापंथ धर्म संघ के प्रति दुष्प्रचार कर रहे
हैं। झूठे मुकदमें, धमकियां देने एवं असंसदीय भाषा का प्रयोग
करके श्रद्धालुओं को भड़का रहे हैं। झूठी, असत्य बातें
लिखकर न्यायालय को भी भ्रमित कर रहें हैं।
छाजेड ने बताया कि तेरापंथ
धर्मसंघ की संस्थाओं में एक पद पर एक व्यक्ति लम्बे समय तक नहीं रह सकता हैं।
बावजूद इसके वो अध्यक्ष पद पर रहना चाहते थे। तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य महाश्रमण
जी, कुछ प्रबुद्ध साधुओं एवं समाज के उच्च
पदाधिकारियों के खिलाफ अनर्गल कहते आ रहे हैं।
उन्होने कहा कि सुराणा जगह-जगह से न्यायालयों में मुकदमें दर्ज करवाकर समाज के शान्तिप्रिय वातावरण को दूषित करते हुए धमकियां दे रहे हैं कि सभी को न्यायालय में बुला लूंगा तथा हिरासत में डलवा दूंगा। इस एफ.आई.आर. में मेरा भी नाम दर्ज करवाया गया है जो सभी तरह से झूठा है। हाल ही में मुम्बई के ठाणा जिले की अदालत ने सुरेन्द्र सुराणा को फटकार लगायी कि इस तरह के बेतुका मुकदमें करके न्यायालय का समय बर्बाद न करें।
छाजेड ने बताया कि सुरेन्द्र सुराणा ने मीडिया को भी भ्रामक जानकारी देकर तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य एवं संघ को दुर्भावनापूर्ण ढंग से बदनाम करने का जो प्रयास शुरू किया है उसका पूरे देश एवं विदेश में समाज के लोगों ने भर्त्सना करते हुए सद्बुद्धि की कामना की है।
उन्होंने बताया कि समाज के युवाओं में भारी रोष है। सरकार को इस तरह की सोच के व्यक्तियों पर प्रतिबन्ध लगाना चाहिए जो श्रद्धालुओं को उकसाते हैं सामाजिक सौहार्द एवं शान्ति को भंग करते हैं। वरिष्ठ पत्रकार छाजेड ने कहा कि वे सुरेन्द्र सुराणा से मांग करते हैं कि वह इस एफ.आई.आर. को वापिस ले लेवें।