पढाई छोड चुके लोगों में शिक्षा की अलख जगा रहा शिक्षक हुकम चंद चौधरी
शिक्षा की अलख जगा रहा बीकानेर का शिक्षक हुकम चंद चौधरी, परिस्थितिवश जो लोग अपनी शिक्षा पूर्ण नहीं कर पाए और जिनको
पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी, फिर परिवार व समाज
की जिम्मेदारियों ने जिन्हें अपने बारे में सोचने का मौका ही ना दिया। ऐसे ही लोगों
को प्रेरित कर पुन : माध्यमिक और उच्च माध्यमिक कक्षा उत्तीर्ण करवाने का कार्य कर
रहे हैं बीकानेर के प्रारंभिक शिक्षा में कार्यरत शिक्षक हुकम चंद चौधरी।
सबको शिक्षा,
अच्छी शिक्षा शिक्षा
विभाग के इसी मूल मंत्र को आगे बढ़ा रहा है बीकानेर का शिक्षक हुकुमचंद चौधरी। इनको
सदैव तलाश रहती रहती है ऐसे लोगों की जिन की पढ़ाई की ललक को समय की चादर ने ढक दिया
था। यह उनसे संपर्क कर उनकी इसी रुचि को पुनः जाग्रत करते हैं और उन्हें शिक्षा का
महत्व उनके और उनके परिवार के लिए कितना आवश्यक है समझाते हैं।
इनकी इच्छा शक्ति और परिश्रम का ही परिणाम है कि अभी तक यह पिछले 2 वर्षों में
36 लोगों को प्रेरित कर ओपन बोर्ड से दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करवा चुके हैं। इनका
कार्य समाज के लिए प्रेरणास्पद तो है ही, साथ ही अनुकरणीय भी है। शिक्षक हुकम चंद चौधरी अपने नवाचारों के लिए सदैव चर्चा
में बने रहते हैं।
इनको अपने कार्यों के लिए राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर कई पुरस्कार प्राप्त हो चुके
हैं। इनके द्वारा निशुल्क आईसीटी मोबाइल लैब स्थापित की गई है। इसमें तकनीक के माध्यम
से शिक्षण को आसान बनाने का प्रयास किया जाता है। इनके द्वारा भारत की अपनी तरह की
पहली व्हाट्सएप हेल्पलाइन भी चलाई जा रही है।जिसमें आईसीटी द्वारा शिक्षण पर आने वाली तकनीकी समस्याओं का समाधान
किया जाता है।
यह स्वयं एक एप डेवलपर भी हैं। इनके द्वारा कई मोबाइल एप भी बनाए गए हैं। जिन्होंने
कई पुरस्कार भी जीते हैं। इन्हें अभी तक राष्ट्रीय स्तर पर जियो दिल से अवॉर्ड, इनोवेटिव एजुकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड, राष्ट्रीय एकता अवॉर्ड, न्यू मीडिया प्रोग्राम टीचर अवार्ड से नवाजा जा चुका है। राज्य स्तर पर भी श्री
गुरुजी सम्मान पुरस्कार पुरस्कार 2018, न्यू मीडिया कंटेंट अवॉर्ड व जिला प्रशासन द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है।
साथ ही इनोवेटिव एजुकेटस ऑफ ऑफ राजस्थान नाम की संस्था के फाउंडर के तौर पर यह
कई नवाचारों को संचालित कर रहे हैं। हाल ही में इनका रिसर्च पेपर आर ई आई भोपाल व एनसीईआरटी के आईसीटी पर नेशनल सेमिनार में भी प्रकाशित हुआ
है।