सभी लाभार्थियों को मिलेगा शाही बारातियों जैसा ट्रीटमेंट
प्रधानमंत्री मोदी की जयपुर रैली
बीकानेर, सभी लाभार्थियों को मिलेगा शाही बारातियों जैसा ट्रीटमेंटप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 7 जुलाई को प्रस्तावित जयपुर रैली में शामिल होने वाले सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को जयपुर आने-जाने, वहां रहने खाने-पीने आदि के मामले में शाही बारातियों के स्वागत जैसी सुविधायें उपलब्ध कराई जाएगी।
बस में लाभार्थियों के लिये ठंडा पानी साथ में लिया जाएगा। लाभार्थियों के लिये चाय नाश्ते व भोजन की व्यवस्था व फ्रेश होने की व्यवस्था निर्धारित भी की जा चुकी है। बस प्रभारी का दायित्व तय किया गया है कि वह प्रत्येक यात्री से व्यक्तिगत पूछताछ कर तय करेगा कि लाभार्थी ने भोजन, चाय नाश्ता आदि कर लिया है।
बस में प्रत्येक लाभार्थी के लिये सीट का आवंटन किया जाएगा, ताकि बाद में पता चल सके कि किस सीट पर कौन लाभार्थी है तथा अब तक बस में पहुंचा है कि नहीं। बुजुर्ग व महिलाओं को आगे की सीट उपलब्ध कराई जाएगी।
उनकी सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाएगा। सरकारी दावा भी है कि जयपुर जाने वाले सभी लाभार्थियों के लिये जयपुर-बीकानेर के रास्ते तथा जयपुर में ठहराव आदि की पूर्ण उत्तम व्यवस्था की जाएगी।
प्रत्येक बस में दवा का एक किट तथा प्राथमिक चिकित्सा का एक किट सहित चिकित्सा अधिकारी भी साथ रहेंगे। चिकित्सा अधिकारी बस प्रभारी के नियंत्रण में रहेगा।सरकारी निर्देशों के अनुसार जयपुर चलने वाले लाभार्थियों को केवल अपने साथ सामान्य दैनिक क्रिया की सामग्री तथा फुल चार्ज किया हुआ मोबाइल फोन आवश्यक रूप से साथ लाना होगा।
बीकानेर से कुल 153 बसों में 6700 लाभार्थी 6 जुलाई की देर शाम से जयपुर के लिये रवाना होना शुरू होंगे। जयपुर से बीकानेर व बीकानेर से जयपुर की यात्रा के दौरान बीच रास्ते में जहां भी कुछ समय के लिये बस रोकी जाएगी वहां लाभार्थियों की उपस्थिति जांची जाएगी इसके बाद ही बस रवाना की जाएगी।
रजिस्टर में लाभार्थियों की उपस्थिति जांच का समय व सही का निशान लगाया जाएगा। जहां भी बस रुकेगी वापस सभी यात्रियों के बैठने की जानकारी करने के बाद ही बस प्रभारी की सूचना के बाद बस रवाना की जाएगी।
प्रत्येक लाभार्थी को अपने पास भामाशाह कार्ड लाने तथा यात्रा के दौरान भामाशाह कार्ड को रिबन के माध्यम से गले में लटकाने के लिये कहा गया है। कार्ड में जिला बीकानेर भी अंकित होगा। लाभार्थियों को कोई परेशानी ना हो इसके लिये प्रत्येक बस में 50 लाभार्थी ही बिठाये जाएंगे।
प्रत्येक योजना के पांच लाभार्थी ऐसे होंगे जो योजनाओं के बारे में पूरी जानकारी रटकर आयेंगे ताकि पूछे जाने पर उनको आगे किया जा सके। लाभर्थियों से संबंधित योजना के पेम्फलेटस भी साथ लिये जाएंगे। सभी लाभार्थियों को अपने साथ अपना पहचान पत्र, आधार कार्ड अथवा जो भी उपलब्ध हो साथ में लेकर आना होगा।
पहचान पत्र की एक फोटो कोपी बस प्रभारी को अपने पास फाइल में रखेगा। यात्रा में वापसी के समय भी सभी लाभार्थियों के बस में बैठने पर ही बस रवाना की जाएगी। लाभार्थियों के लिये ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि वे बस तक सुगमता से पहुंच सकें।
यात्रा व बस प्रभारियों के दायित्व
प्रधानमंत्री के जयपुर दौर में सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को जयपुर लाने ले जाने के लिये प्रत्येक बस पर एक-एक प्रभारी, प्रत्येक तीन बसों के लिये एक नोडल अधिकारी तथा पंचायत समिति की सभी बसों के लिये एक नोडल अधिकारी तैनात किया गया है।
क्षेत्र से बसों के लिये रवाना होने का स्थान पूर्व में निर्धारित किया गया है। सरकारी निर्देशों के अनुसार प्रत्येक बस के प्रभारी अधिकारी के पास जयपुर जाने वाले सभी लाभार्थियों की सूची होगी। बस प्रभारियोंको एक उपस्थिति रजिस्टर रखना होगा।
इसमें जयपुर यात्रा करने वाले लाभार्थी का क्रम संख्या, नाम, पिता का नाम, जाति, उम्र, निवास स्थान, मोबाइल नंबर, पहचान पत्र का नंबर, यात्रा के लिये लाभार्थी के उपस्थित होने का समय, लाभार्थी के हस्ताक्षर या अंगूठे का निशान तथा विशेष विवरण दर्ज करना होगा।
लाभार्थियों की उपस्थिति प्रत्येक उस स्थान पर जांची जाएगी जहां कुछ समय के लिये बस रुकने के बाद रवाना होगी। रजिस्टर में उपस्थिति जांच का समय व सही का निशान लगाया जाएगा। जहां भी बस रुकेगी वापस सभी यात्रियों के बैठने की जानकारी करने के बाद ही बस रवाना होगी।
प्रभारी अधिकारियों को रास्ते में जो भी दिशा निर्देश मिलते हैं उनका पूर्ण पालन करवाना होगा। उसे मुख्यालय व नियंत्रण कक्ष से लगातार संपर्क बनाये रखना होगा। समय पर मुख्यालय नियंत्रण कक्ष से संपर्क बनाकर यात्रा की सूचना देनी होगी।
प्रत्येक गतिविधि की जानकारी नियंत्रण कक्ष को भेजनी होगी। बस प्रभारी को अपने मोबाइल नंबर सभी लाभार्थियों को आवश्यक रूप से उपलब्ध कराने होंगे ताकि लाभार्थी जब चाहे बस प्रभारी से संपर्क कर सके। बस का प्रभारी अधिकारी यत तय करेगा कि बस का ड्राईवर कहीं शराब के नशो में तो नहीं है।
प्रभारी को रास्ते में ड्राइवर के बस संचालन करने पर भी ध्यान देना होगा ताकि ड्राईवर को नींद आने लगते तो तुरंत प्रभावसे ड्राईवर को सावधान कर सके तथा ऐसा लगे कि नींद प्रभावित कर रही है तो किसी सुगम स्थान पर कुछ विश्राम करके यात्रा शुरू करवानी होगी।
प्रभारी अधिकारी को प्रत्यक तात्कालिक स्थिति की तत्समय जानकारी देकर रजिस्टर में संधारण कर तुरंत उचित प्रकार से उसका निस्तारण करवाना होगा तथा मुख्यालय को आवश्यक रूप से अवगत करवाना होगा।
सभी आला अधिकारी, कर्मचारी हैं हैरान-परेशान
मोदी के इस जयपुर कार्यक्रम ने स्थानीय अधिकारियों-कर्मचारियों को हैरान-परेशान कर रखा है। सभी नमो की जयपुर यात्रा सकुशल होने तथा अपने पर कोई संकट नहीं आने के लिये दुआ कर रहे हैं।
यात्रा के दौरान किसी भी लाभार्थी की तबीयत खराब होने पर निकटतम चिकित्सालय में उसकी अविलंब जांच कराई जाएगी। यदि किसी अत्यधिक मजबूरी से किसी यात्री को बीच में ही रुकना पड़े, रोकना पड़े तो उसका पूरा लेखा जोखा उपस्थिति रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा।
उस कारण का पूरा विवरण अंकन किया जाएगा, जिसके कारण लाभार्थी को रुकना या रोकना पड़ा। ग्रामीण क्षेत्र के सभी लाभार्थियों को जयपुर ले जाने-लाने की व्यवस्था संबंधित ग्राम पंचायतों के सरपंचों को सौंपी गई है।
गा रहे हैं जंतु जलाल तू, आई बला को टाल तू गीत
यात्रा कार्यक्रम से जुडे सरकारी अधिकारी कर्मचारी आई बला को टाल तू गीत गा रहे हैं। सरकारी निर्देशों के अनुसार प्रत्येक बस प्रभारी ग्राम विकास अधिकारी, पंचायत प्रसार अधिकारी को गांव-गांव लाभार्थियों के घर-घर जाकर उन्हें जयपुर यात्रा कार्यक्रम की जानकारी देनी होगी।
साथ ही लाभार्थियों को प्रेरित करके जयपुर ले जाने व सकुशल वापस लाने के लिये पूरी जिम्मेवारी व पूर्ण उत्तरदायित्व निभाना होगा। सरकारी फरमान है कि किसी भी बस में निर्धारित संख्या से कम लाभान्वित पहुंचने पर इसकी पूरी समीक्षा की जाएगी।
यदि प्रभारी अधिकारी के लाभार्थियों को लाने या जागरूक करने के प्रयास में कहीं कोई कमी पाई गई तो उसे गंभीरता से लिया जाएगा।
ऐसे की है यात्रा की व्यवस्था
लाभार्थियों की जयपुर यात्रा के लिये प्रभारी, सहायक प्रभारी, बस प्रभारी, नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। सरपंचों व ग्राम विकास अधिकारियों से कहा गया है कि वे प्रधानमंत्री की जयपुर रैली भाग लेने के लिये चयनित लाभार्थियों को भिजवाया जाना तय करे।
जिले के सभी सरपंचों, ग्राम विकास अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये गए हैं कि वे यात्रा प्रभारी व सहायक प्रभारी से संपर्क कर लाभार्थियों को जयपुर कार्यक्रम में भाग लेने हेतु भिजवायेंगे। सभी बसें शुक्रवार रात को रवाना होंगी।
जिनको चेक पोस्ट पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद रवाना बीडीओ के दिशा निर्देशानुसार रवाना होगी।
लाथार्थियों को क्यों ले जा रहे हैं जयपुर?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जयपुर आगमन पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम के तहत सरकारी योजनाओं के स्थानीय लाभार्थियों को प्रधानमंत्री से संवाद के लिये जयपुर ले जाया जा रहा है।
केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा जिले में संचालित मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान (एमजेएसए), प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई), उज्जवला योजना तथा अन्य विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को इसके लिये जयपुर ले जाया जा रहा है।
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