राजस्थानी अत्यंत समृ़द्ध भाषा- लखावत
डॉ. केवलिया को ‘कला डूंगर कल्याणी‘ राजस्थानी शिखर पुरस्कार
NEERAJJOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। राजस्थानी अत्यंत समृ़द्ध भाषा- लखावत,राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने कहा कि राजस्थानी अत्यंत समृ़द्ध भाषा है।
लखावत रविवार को रोटरी क्लब बीकानेर की ओर से रोटरी भवन, सादुलगंज में आयोजित राज्य स्तरीय राजस्थानी भाषा समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। समारोह में प्रदेश के राजस्थानी साहित्यकारों को विभिन्न पुरस्कार प्रदान किये गये।
समारोह के दौरान वर्ष 2024 का ‘कला डूंगर कल्याणी‘ राजस्थानी शिखर पुरस्कार (इक्यावन हजार रुपए) बीकानेर के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. मदन केवलिया को, ‘खींवराज मुन्नीलाल सोनी‘ राजस्थानी गद्य पुरस्कार (इक्कीस हजार रुपए) रामगढ़, नोहर के साहित्यकार पूर्ण शर्मा ‘पूरण‘ को, ‘बृज उर्मी अग्रवाल‘ राजस्थानी पद्य पुरस्कार (ग्यारह हजार रुपए) भीलवाड़ा के साहित्यकार कैलाश मण्डेला को
तथा ‘राजस्थानी बाल साहित्य पुरस्कार’ (पाँच हजार रुपए) लक्ष्मणगढ़, सीकर की साहित्यकार विमला महरिया ‘मौज’ को प्रदान किया गया। पुरस्कृत साहित्यकारों को चेक, स्मृति चिन्ह, शॉल, श्रीफल आदि भेंट कर सम्मानित किया गया।
समारोह में संयोजक अरुण प्रकाश गुप्ता, मनमोहन कल्याणी, राजेश चूरा, रोटरी क्लब अध्यक्ष सुनील सारड़ा, किशोरसिंह राजपुरोहित, कैलाश मंडेला, डी. डी. व्यास, राजेन्द्र बोथरा, पृथ्वीराज रतनू, मनीष तापड़िया, सुनील गुप्ता, दिनेश आचार्य ने भी विचार व्यक्त किये।
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