आक्सीजन कालाबाजारी कांड- एडवोकेट सुरेश गोस्वामी के चुभते सवाल
बीकानेर, (समाचार सेवा)। आक्सीजन कालाबाजारी कांड- एडवोकेट सुरेश गोस्वामी के चुभते सवाल, विश्व व्यापी कोरोना महामारी के विकराल दौर मे जीवन की मूलभूत आवश्यकता आक्सीजन की कालाबाजारी के सौदागरो को बीकानेर पुलिस ने जिस तत्परता से गिरफ्तार किया अब चर्चा ए आम है कि उसी तत्परता से मामले में लीपापोती किये जाने की संभावना बलवती हो रही है।
बीकानेर के एडवोकेट सुरेश गोस्वामी ने सवाल उठाया है कि पुलिस ने इस मामले के सभी मुलजिमानो के खिलाफ बीकानेर इरादतन हत्या का मामला क्यों नहीं बनाया जबकि ऑक्सीजन की कमी से कई मरीजो की मौत बैमौत हुई है। एडवोकेट गोस्वामी का यह सवाल भी जायज लगता है कि इस मामले में राजनीतिक आका क्यों चुप हैं ?
एडवोकेट गोस्वामी के अनुसार बीकानेर के नागरिकों की मांग तथा आवश्यकता तो यह होनी चाहिये कि पुलिस मुख्यालय राजस्थान के निर्देशन में बीकानेर पुलिस अधीक्षक आक्सीजन की कालाबाजारी मामले की स्वयं गहनता से जाच करे। एडवोकेट गोस्वामी के अनुसार जनमानस में सबसे बड़ा सवाल यह है कि अस्पताल प्रशासन की जानकारी के बिना इतने ऑक्सीजन सिलेंडर नीजि एम्बुलेंस संचालक को कैसे दिये गये ?
किस किस विभाग के चिकित्सक ने ऑक्सीजन की रिकमंड़ेशन की ? पीबीएम के अस्पताल के अधीक्षक के आदेश या मौन स्वीकृति के वगैर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कैसे हुआ ? किस की इन्डेन्ट से स्टोर किपर ने ऑक्सीजन सिलेंडर को जारी किया ? मामले मे जांच की ऑच उच्चाधिकारियों व वरिष्ठ चिकित्सको तक पहुंचने की संभावना पूरी पूरी है? क्यूंकि वगैर इनकी संलिप्तता के अकेला व्यक्ति इतनी बड़ी कालाबाजारी कैसे कर सकता है।
तात्कालिक अपनी छवि को बनाने के लिए बीकानेर पुलिस ने 4-5 प्यादो को गिरफ्तार कर इतिश्री कर ली. मगर दौराने जाच मे किसी भी बड़े बादशाहो मे हाथ नही ड़ाला गया।
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