खुले नाले बने नरक के द्वार, सुनवाई नहीं कर रही सरकार
बीकानेर, (समाचारसेवा)। खुले नाले बने नरक के द्वार, सुनवाई नहीं कर रही सरकार, शहर की मुख्य सड़कों पर खुले नाले नरक के द्वार बन चुके हैं। बारिश के दिनों में सड़क पर थोड़ा सा भी पानी जमा होने पर इन खुले नालों से लोग दुर्घटना के अधिक शिकार होते हैं।
शहर के लोगों ने अपने-अपने स्तर पर प्रशासन को इन नालों को ढकने तथा सड़क के उपर आये नालों के सीमेंट के कवर को सड़क के लेवल पर लाने की मांग की हुई है मगर जिला प्रशासन व नगर निगम के अधिकारी लगता है किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहे हैं।
बीकानेर में सोनगिरी कुआं क्षेत्र निवासी सामाजिक कार्यकर्ता चौरू लाल सुथार नगर निगम, कलक्टर को इस समस्या के बारे में कई बार बताया मगर बात नहीं बनी। अब सुथार ने संभागीय आयुक्त को भी इस समस्या की गंभीरता के बारे में जानकारी दी है।
स्थिति यह है कि शहर के मुख्य सड़क मार्गो पर स्थित नालो पर कवर नहीं है। अनेक नालों के कवर टूटकर नालों में धंस चुके हैं। इससे गाहे-बेगाहे लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं और इससे कभी बड़ी दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है।
अंदरुनी शहर में जससुसर गेट के ठीक आगे नाले पर लगे कवर टूट चुके है। यहां आये दिन वाहन चालक इस नाले में गिरकर चोटिल हो रहे है। इस बारे में नगर निगम को गत वर्ष 28 जुलाई, 18 अक्टूबर 01 नवंबर तथा इस वर्ष 7 जनवरी को अवगत कराया मगर कार्रवाई नहीं हुई।
सुथार बताते हैं कि सेटेलाईट हॉस्पिटल के गहरे गंदे पानी के नाले पर दीवार नहीं बनाई गई है। इसके चलते यहां भी हर समय किसी अनहोनी की आशंका बनी रहती है। इस बाबत भी पूर्व में तीन बार नगर निगम को अवगत किया जा चुका है लेकिन कार्यवाही के नाम पर परिणाम शून्य।
कमोबेश यही स्थिति कोटगेट के दाएं व बाएं दरवाजो के ठीक आगे नाले पर लगे ढक्कन टूट कर नाले में धंस चुके हैं। इससे कोटगेट फाटक के दोनों दरवाजों पर यातायात जबरदस्त बाधित हो रहा है। लाभूजी कटले के मुख्य गेट के आगे भी यही स्थिति है।
कोट गेट से सट्टा बाजार में स्थिति नाले का भी यही हाल है। इस क्षेत्र में यातायात बाधित करने वाली समस्या कोटगेट के सामने स्थित दुकानों के आगे बने नाले की है। इस नाले पर लगे 5 से 6 फिट चौड़े फेरो कवर सड़क लेवल से करीब 7 से 8 इंच नीचे है। इस कारण वहां खड़े होने वाले वाहन इस नाले से बाहर की तरफ खड़े होते है।
इससे सड़क मार्ग अवरुद्ध होता है व यातायात जबरदस्त बाधित हो रहा है तथा यहां यातायात कर्मियों को यातायात सुचारू करने हेतु काफी मस्कत करनी पड़ती है। यहाँ नाले पर लगे फेरो कवर को सड़क लेवल के बराबर किया जाना बहुत ही जरूरी है।
उधर, जिला प्रशासन का कहना है कि सभी समस्यायें चिन्हित कर ली गई हैं। क्रमवार इनको दुरस्त करने का काम किया जाएगा।
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