28 जनवरी को परिणय सूत्र में बंधेंगे मेघवाल समाज के 43 जोड़े
भावना मेघवाल मेमोरियल ट्रस्ट करायेगा सामूहिक विवाह समारोह
बीकानेर, (samacharseva.in)। भावना मेघवाल मेमोरियल ट्रस्ट की ओर से मंगलवार 28 जनवरी को राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय बीकानेर परिसर में मेघवाल समाज का सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया जाएगा।
ट्रस्ट सलाहकार रवि शेखर मेघवाल ने बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गेहलोत, विशिष्ट अतिथि विश्वगुरू महामंडलेश्वर परमहंस स्वामी महेश्वरानंद होंगे। अध्यक्षता परमहंस स्वामी ब्रह्यदेव महाराज करेंगे। समारोह में केन्द्रीय भारी उद्योग एवं लोक उद्यम व संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल अतिथियों व बारातियों का स्वागत करेंगे।
रविशेखर मेघवाल ने बताया कि सामूहिक विवाह समारोह में बारात में शामिल होने वाले लोगों को आगाह किया गया है कि कोई भी व्यक्ति शराब व अन्य नशे का सेवन करके ना आयें। मेघवाल ने बताया कि विवाह समारोह के दौरान सिगंल यूज प्लास्टिक का उपयोग न किए जाने का भी पूरा प्रयास किया जाएगा। इसके लिये सभी को जागरूक किया जा रहा है।
वैवाहिक सामग्रियां वितरित की
भावना मेघवाल मेमोरियल ट्रस्ट की प्रधान ट्रस्टी पाना देवी ने सोमवार को सांसद सेवा केन्द्र में आगामी सामूहिक विवाह समारोह में परिणय सूत्र में बंधन में बंधने वाले सभी 43 जोड़ों को वैवाहिक प्राथमिक सामग्रियां-कपडे, जूतियां, निमन्त्रण पत्र आदि वितरित किए। समारोह में ट्रस्टी सुशीला वर्मा (आरएएस), मनीषा मेघवाल, रचना मेघवाल, मांगीलाल चन्दन, अनील कुमार धर्ट आदि उपस्थित थे।
बीकानेर के बिजारणिया जेएलएफ में बढ़ाएंगे राजस्थानी का मान
बीकानेर, (samacharseva.in)। जयपुर में होने वाले जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल में लूणकरनसर के युवा साहित्यकार राजूराम बिजारणियां बतौर स्पीकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हुए राजस्थानी का मान बढ़ाएंगे।
जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल का यह 13वां संस्करण 23 से 27 जनवरी 2020 के दरमियान डिग्गी पैलेस में आयोजित होगा। इस फेस्ट में दुनियाभर से साहित्य, सिनेमा, खेल और कला जगत की बेहतरीन शख्सियतें शिरकत करेंगी।
फेस्टिवल के दौरान 24 जनवरी को सुबह 11.15 बजे डिग्गी पैलेस स्थित संवाद के मंच पर आयोजित राजस्थानी बिना, क्यांरो राजस्थान परिचर्चा में राजूराम बिजारणियां राजस्थानी की मान्यता और मायड़ के सम्मान में ख्यातनाम साहित्यकारों की उपस्थिति में अपनी बात रखेंगे।
कोलकाता के विशेष कोठारी सत्र में इन सभी साहित्यकारों से राजस्थानी भाषा पर चर्चा करेंगे।
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