नमो की हत्या ! सबने कहा नमो नमो।
बीकानेर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हत्या की साजिश रचने खुलासा होने के बाद से बीकानेर सहित देशभर में लोग पीएम मोदी को लेकर चिंतित है।
लोगों में ऐसे लोगों के खिलाफ भारी गुस्सा है जो देश के लिये अपना सब कुछ न्योच्छावर करने वालों की हत्या के बारे में सोचते हैं। सोशल मीडिया पर लोग देशद्रोहियों के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।
भागीरथ बिश्नोई लिखते हैं, पीएम की हत्या की साजिश रखने वाले एक एक शख्स को सलाखों के पीछे डाल देना चाहिये। बिश्नोई के अनुसार ये देश के खिलाफ जंग छेडने जैसा है। वे आगे लिखते हैं कि एक एक को पकडना चाहिये, कहीं भी छुपे बैठे हों साजिश में शामिल हर नाम, हर संगळन एक्सपोज होना चाहिये, यही देशहित में है। देश के हर आम और खास की भी लगभग ऐसी ही सोच है।
ट़वीटर पर ही विवेकानंद राय लिखते हैं, इतना तो तय है कि मोदी जी को कुछ होगा तो देश ग्रहयुद़ध से गुजरेगा। विवेकानंद के अनुसार मोदीजी को अब चाहिये कि देश में राजनीतिक इमरजेंसी लगाकर इन सारे देशद्रोहियों को खत्म करें।
योग गुरु बाबा रामदेव ने भी पीएम मोदी की हत्या की साजिश का खुलासा होने पर ट़वीट किया है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री राष्ट्र की धरोहर हैं। राजीव गांधी की तरह उनकी हत्या के ष्डयंत्र को जानकर मैं व्यथित हूं। स्वामी रामदेव के अनुसार सरकार को इसकी उच्चस्तरीय जांच करानी चाहिये।
अध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर ने भी मोदी की हत्या की साजिश की खबर के बाद टवीट किया है कि देशद्रोही ताकतों दवारा प्रधानमंत्री की हत्या का षडयंत्र पूरे देश की प्रजा पर हमला है।
ये है मामला
जानकारी में रहे कि शुक्रवार को महाराष्ट्र के शहर पुणे से समाचार मिला कि माओवादियों के घर में मिले खत से खुलासा हुआ है कि माओवादी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करने की साजिश रच रहे हैं।
इसके अनुसार माओबादी मोदी की हत्या पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की तरह करने की तैयारी में हैं। इस मामले में पुणे पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफतार किया है।
पुणे पुलिस के हाथों में माओवादियों की आंतरिक बातचीत की जानकारी मिली है जिसमें लिखा गया है कि माओवादी राजीव गांधी की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हत्या की योजना बनाई जा रही है।
पुलिस ने अदालत को बताया है कि माओवादी संगठनों द्वारा लिखे गए दो पत्रों में से एक पत्र में जहां पीएम के मारे जाने का जिक्र है वहीं दूसरे खत में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उनके परिवार के लिए खतरा मंडरा रहा है। दोनों ही खतों में गढचिरौली एनकाउंटर का हवाला दिया गया है जिसमें कई माओवादियों को मारा गया था।
Share this content: