देशभर में मिलेंगे ऊँटनी के दूध से बने बाजरे के बिस्किट और आइसक्रीम
जयपुर की मूफी कैफे कम्पनी तथा एनआरसीसी बीकानेर के बीच हुआ एमओयू
NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। ऊँटनी के दूध से बने बाजरा के बिस्किट तथा आइसक्रीम अब जल्द ही देश के विभिन्न शहरों में बिक्री के लिये उपलब्ध हो सकेगी। जयपुर की कंपनी मूफी कैफे तथा बीकानेर स्थित राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसन्धान केन्द्र (एनआरसीसी) के बीच इस इन उत्पादों को लेकर एमओयू साइन हुआ है।
इसके तहत एनआरसीसी ने ऊँटनी के दूध से निर्मित आइसक्रीम व बाजारा बिस्किट (मिलेट) उत्पा्द बनाने की नूतन प्रौद्योगिकी को मूफी कैफे कंपनी को हस्तांतरित की गई है। मूफी कैफे, जयपुर के मालिक सृष्टि पाल सिंह तथा एनआरसीसी के निदेशक डॉ. आर.के.सावल के इस एमओयू पर शुक्रवार 23 अगस्त को हस्ताक्षर हो चुके हैं। इस अवसर पर केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. मितुल बुमडि़या तथा मूफी कैफे कम्पनी के प्रतिनिधि विशाल सिंह व पुष्पेरन्द्रव सिंह भी मौजूद थे। जानकारी में रहे कि ऊंटनी का दूध मधुमेह, क्षय रोग, ऑटिज्म आदि मानवीय रोगों के प्रबंधन में कारगर साबित हुआ है।
एनआरसीसी बीकानेर ने पिछले 2 दशकों में 25 से अधिक दुग्ध उत्पा्द तैयार किए हैं जिनकी बिक्री केन्द्र के पॉर्लर के माध्यम से भी की जाती हैं। अब ऊँट पालक, उष्ट्र दुग्ध व्यवसाय की दिशा में आगे बढ़ने की सोच सकते हैं। ऊँटनी के दूध से बने उत्पादों में ऊँटनी के दूध में मौजूद औषधीय गुण भी बरकरार रहते हैं।
महत्वपूर्ण तकनीकी पहलू भी हस्तांतरित किए
एनआरसीसी की उष्ट्र डेयरी प्रौद्योगिकी एवं प्रसंस्करण इकाई के प्रभारी, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. योगेश कुमार ने बताया कि केन्द्र द्वारा मूफी कैफे को ऊँटनी के दूध से नवीन तकनीक द्वारा उष्ट्र दुग्ध निर्मित आइसक्रीम व बाजारा बिस्किट बनाने की विधि तथा अन्य महत्वपूर्ण तकनीकी पहलू हस्तांतरित किए गए हैं। इससे संबंधित तकनीकी प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है।
मूफी कैफे कंपनी जयपुर
जयपुर में वैशाली नगर में स्थित मूफी कैफे कंपनी पर लोग नियमित रूप से ऊँटनी का दूध पीने के लिए आते हैं। इस कैफे पर ऊंटनी के दूध के साथ ही सऊदी अरब के खजूर भी मिलते हैं। कैफे संचालकों द्वारा लोगों को यहा पर ऊँटनी के दूध के स्वास्थ्यवर्धक संबंधित गुण भी बताए जाते हैं।
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