NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचारसेवा)। एमजीएसयू के विद्यार्थियों ने अहमदाबाद में बताई उस्ता आर्ट की बारीकियां, महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय (एमजीएसयू) के ड्राइंग एंड पेंटिंग विभाग बीकानेर के चार विद्यार्थियों रामकुमार भदाणी, मंजू जांगिड़, लक्ष्मी तथा फ़राह मुग़ल ने गुजरात प्रदेश के अहमदाबाद में हुई पन्द्रह दिवसीय कार्यशाला में गुजरात के प्रतिभागियों को बीकानेर की उस्ता आर्ट की बारीकियां बताई।
बीकानेर पहुंचने पर विद्यार्थियों के इस दल का मंगलवार को एमजीएसयू परिसर में स्वागत किया गया। एमजीएसयू की ड्राइंग एंड पेंटिंग विभाग की सह प्रभारी डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि यह पंद्रह दिवसीय कार्यशाला नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन अहमदाबाद गुजरात में आयोजित हुई।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक कला और परंपरा को युवा पीढ़ी के माध्यम से, विरासत के रूप में आगे बढ़ाकर, संरक्षण संवर्धन करना रहा।
डॉ. मेघना ने बताया कि मिनिस्ट्री ऑफ़ माइनॉरिटी अफेयर्स दिल्ली और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन (एनआईडी) अहमदाबाद की ओर से हुए इस पारंपरिक कला विकास व प्रशिक्षण शिविर ‘उस्ताद’ में एमजीएसयू के विद्यार्थियों ने प्रशिक्षण देकर उस्ता (बीकानेर की सुनहरी कलम) के माध्यम से इस विधा को आगे बढ़ाया।
बीकानेर से गए इन विद्यार्थियों के दल ने वहां उस्ता कला (बीकानेर की सुनहरी कलम) की बारीकियों का प्रशिक्षणार्थियों को ज्ञान कराते हुये एमजीएसयू का राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व किया।
उन्होंने बताया कि विवि कुलपति विनोद कुमार सिंह ने ड्राइंग एंड पेंटिंग विभाग के कार्यशाला प्रशिक्षण कार्य कर लौटे विद्यार्थीयों को उनकी उपलब्धि हेतु आशीर्वाद प्रदान किया।
विभागाध्यक्ष प्रो. राजाराम चोयल ने कहा कि कला के विकास में ऐसी गतिविधियां विद्यार्थियों में निरंतरता और उत्साह बनाए रखने में सहायक सिद्ध होती हैं।
