पार्टनरशिप में प्यार
आचार्य ज्योति मित्र
बीकानेर, (samacharseva.in)। पार्टनरशिप में प्यार, जब से समझ पकड़ी है बाबा वैलंटाइन के दिन मुझे भी दूसरे लोगों की तरह प्यार करने की जबरदस्त इच्छा होती है। वही यह भी सत्य है कि प्यार के मामले में हमने अपने आपको सदैव शिफड्डी ही समझा है, इसी कारण किसी को प्रपोज करने की हिम्मत अब तक नहीं हुई।
वो तो भला हो हमारे लव गुरु बिहारी बाबू का उन्होंने धांसू आइडिया दिया। बिहारी बाबू बोले देखो जब अकेले से कोई काम पार पड़ता न दिखे तो उस काम में पार्टनरशिप डाल लेनी चाहिए इसके दो फायदे हैं सफल हो जाओ तो सुख भोगो। असफल हो जाओ तो ठीकरा पार्टनर पर डालकर बरी हो जाओ। बिहारी बाबू की इस बात में हमें रिस्क फैक्टर बिल्कुल नही लगा।
वैसे भी पार्टनरशिप व बिहार का तो इतिहास गवाह है। गुलाम भारत से लेकर आजादी के बाद इमरजेंसी के दौरान पार्टनरशिप का प्यार परवान चढ़ा। उस दौर के पोलिटिकल लव गुरु जे पी दादा ने आपसी तकरार को छोड़कर पार्टनरशिप के प्यार की सलाह उस वक्त दी व सत्ता सुंदरी का वरण अपने चेलों को करवाने में सफलता दिलवाई।
मेरी आंखों के सामने आजाद देश के बीसियों उदाहरण सामने आने लगे। ज्यादा दिन नही हुए बिहार में लालू नीतीश ने पार्टनरशिप का प्यार कर भाजपा को दोस्त दोस्त ना रहा प्यार प्यार ना रहा गाने पर मजबूर कर दिया। पार्टनशिप में व्यापार हो या प्यार विवाद तो होना ही था। मजनू बने भाजपाइयों ने अपनी इस लैला के लिए लालू पर जमकर पत्थर मारे।
अभी कुछ समय पहले तक भाजपा व शिवसेना मुम्बई में लिव इन रिलेशनशिप में थी।सता सुंदरी की अदाओ से शिवसेना को ऐसा कांटा लगा की भाजपा से ब्रेकअप हो गया ।बाद में शिवसेना के राकांपा व कांग्रेस के साथ जाने पर भाजपाइयों ने लव जिहाद का शोर मचाया व इसे बेमेल करार दिया। हाल फिलहाल तो
मुबई में शिवसेना प्रेम त्रिकोण में फंसी हुई है। कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश में समाजवादियों ने बसपा से सत्ता सुंदरी के लिए पार्टनरशिप का प्यार किया, लेकिन इस कलयुग में एक योगी ने अपने हठयोग से सत्ता सुंदरी को अपने वश में कर लिया बस उसी दिन ये पार्टनरशिप का प्यार खत्म हो गया ।नौबत गाली गलौज तक भी आई।
बिहारी बाबू बोले प्यार हो जाने पर इंसान अपने सपनों को किसी और की सोच के साथ साझा करने लगता है ना। अभी दिल्ली में ही देखो कांग्रेस पड़ोसी के बेटा होने पर थाली बजा रही है, शगुन के गीत गा रही है बस ये प्यार ही सच्चा प्यार है! कांग्रेस व आम आदमी को तो आंखों ही आंखों में प्यार हो गया। इसलिए ही तो इन्होंने कोई पार्टनरशिप डीड नही लिखवाई।
बिहारी बाबू ने दूसरा सबक दिया कई बार इस पार्टनरशिप के प्यार की राहों में बडे धोखे मिलेते है। भाजपा ने कश्मीर की महबूबा से बेइंतहा पार्टनरशिप की कसमें खाई लेकिन बाद में नौबत तीन तलाक तक आ गई।
महबूबा हर्जाना मांगती रह गई लेकिन भाजपाइयों ने किसी की नजर महबूबा पर न पड़े इसलिए उसे नजरबंद कर दिया। बात नजर पर आई तो चुनाव आते ही मुझे वो गीत याद आने लगता है नजरो से कह दो प्यार में मिलने का मौसम आ गया। ये राइट टाइम होता है जब पार्टनरशिप का प्यार पार्टियों में परवान चढ़ता है।
बिहारी बाबू हमारा हौसला बढ़ा रहे थे लेकिन मैंने तो ये ही समझ आया
तू प्यार है किसी और का तुझे चाहता कोई और है ….।’ ये वैलेंटाइन का दिन भी चला जाएगा हम सिर्फ ‘कोई हमदम ना रहा , कोई सहारा न रहा ….’ गाते हुए ही रह जाएंगे।
आचार्य ज्योति मित्र
उस्ता बारी के अंदर बीकानेर
मो 9829156367
Share this content: