साहित्यकर ओमप्रकाश वाल्मीकि को किया स्मरण, आम लोगों को भेंट की आत्मकथा
NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि की पुण्यतिथि पर रविवार को वाल्मीकि यूथ क्लब के छोटी गुवाड़ स्थित कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। कार्यक्रम के दौरान मौजूद 21 आम लोगों को स्व. ओमप्रकाश वाल्मीकि की आत्मकथा की पुस्तकें निशुल्क भेंट की गई।
श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता करते हुए वाल्मीकि यूथ क्लब के प्रदेश अध्यक्ष राहुल जादुसंगत ने कहा कि ओमप्रकाश वाल्मीकि ने हिंदी साहित्य की लगभग हर विधा में अपनी कलम चलाई। उनकी कविता ठाकुर का कुआं दलित जीवन को प्रदर्शित करती मार्मिक कविता है तो समाजिक व्यवस्था पर तीखा कटाक्ष भी। जादूसंगत ने बताया कि वाल्मीकि ने कहानी, कविता, आत्मकथा, आलोचना और नाटक लिखे। उन्होंने अंग्रेजी और मराठी साहित्य का हिंदी में अनुवाद भी किया।
ओमप्रकाश वाल्मीकि लेखक होने के साथ-साथ कलाकार भी थे। वाल्मीकि यूथ क्लब के शहर अध्यक्ष साजन कुमार जावा, संगठन महासचिव तरुण पंडित ने बताया कि ओमप्रकाश बाल्मीकि उन शीर्ष लेखकों में से एक रहे हैत् जिन्होने अपने आक्रामक तेवर से साहित्य में अपनी सम्मानित जगह बनाई है।
अपनी आत्मकथा जूठन से उन्हें विशेष ख्याति मिली है। कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता मुकुल वाल्मीकि, वाल्मीकि यूथ क्लब अध्यक्ष साजन कुमार जावा, तरुण पंडित, पूनम कंडारा, सुनिल,चांवरिया, बोबी हटवाल, काशीराम चांवरिया, चैनसिंह गहलोत, नसीर अहमद, मोहम्मद रमजान, बंदूखां, हरिकिशन चौरसिया आदि मौजूद रहे।
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