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ऊंट उत्सव में होगी घोड़ों की दौड़

National Research Centre on Equines Bikaner Campus

बीकानेर, (samacharseva.in)। ऊंट उत्सव के दौरान रविवार 12 जनवरी को दोपहर 12.30 बजे राष्ट्रीय अश्व अनुसन्धान केन्द्र के बीकानेर परिसर में घुड दौड़ का आयोजन होगा। बीकानेर में इस तरह का यह पहला आयोजन होगा।

घुड़ दौड़ के लिए ट्रेक तैयार किया जा चुका है। डॉ. जितेन्द्र सिंह के नेतृत्व में घोड़ों एवं जोकी को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। समारोह के दौरान यहां राजस्थान, गुजरात, मणिपुर एवं लद्दाख के घोड़ों का नस्ल प्रदर्शन किया जाएगा।

साथ ही घोड़ों की रेवाल चाल भी देखने को मिलेगी। घुड दौड़ आयोजन के चलते रविवार सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक केंद्र में देशी-विदेशी पर्यटकों तथा स्थानीय नागरिकों को निशुल्क प्रवेश दिया जाएगा। कार्यक्रम का सञ्चालन डॉ राव करेंगे। नरेन्द्र चौहान, कमल सिंह, सत्यनारायण पासवान, डॉ. आर. ए. पचोरी, डॉ. लेघा एवं डॉ. देदड आदि तनमयता से लगे हुए हैं। कार्यक्रम में भी भाग लेंगे।

इनका कहना है

सिन्धी घोड़ों की रेवाल चाल का प्रचलन जैसलमेर, बाड़मेर एवं गुजरात से होता हुआ हुआ अब बीकानेर तक आ गया है।

डॉ. एस. सी. मेहता

प्रभागाध्यक्ष

राष्ट्रीय अश्व अनुसन्धान केन्द्र

बीकानेर

Horse racing will be done in camel Festival

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Bikaner, (samacharseva.in). During the Camel Festival, a horse race will be held on Sunday, January 12 at 12.30 pm in the Bikaner campus of the National Horse Research Center. This will be the first such event in Bikaner.

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The trek has been prepared for the horse race. Horses and jockeys are being trained under the leadership of Dr. Jitendra Singh. Breeds of horses from Rajasthan, Gujarat, Manipur and Ladakh will be performed here during the ceremony. Along with this, the speed of the horses will also be seen.

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Due to the horse race event, free entry will be given to domestic and foreign tourists and local citizens in the center from 11 am to 2 pm on Sunday.

They say

The prevalence of the speed of Sindhi horses has passed through Jaisalmer, Barmer and Gujarat and has now reached Bikaner.

Dr. S. C. Mehta

Principal Scientist & Officer In-charge

ICAR-National Research Centre on EquinesBikaner Campus

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