विद्यार्थी जीवन की नींव तथा सफलता का महामंत्र है गीता – विमर्शानन्द गिरि
श्रीमद्-भगवद्-गीता के श्लोकों से गुंजा श्रीलालेश्वर महादेव मंदिर परिसर
NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। श्रीलालेश्वर महादेव मन्दिर शिवमठ शिवबाड़ी बीकानेर के अधिष्ठाता स्वामी श्रीविमर्शानन्द गिरि जी महाराज ने कहा कि गीता विद्यार्थी जीवन की नींव है तथा गीता सफलता का महामंत्र है।
महाराज रविवार को श्रीलालेश्वर महादेव मंदिर शिवमठ शिवबाड़ी में 22वीं गीता श्लोक स्मरण परीक्षा के समापन अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बालिकाओं हेतु तो गीता सर्वाधिक उपयोगी है। महाराज ने विद्यार्थियों को बताया कि गीता के श्लोकों में मंत्रात्मक शक्ति है, इसलिए यदि विद्यार्थी प्रतिदिन गीता के 5 श्लोकों को भी कंठस्थ करेगा तो उसकी इच्छा-शक्ति, क्रिया-शक्ति, ज्ञान-शक्ति, ऊर्ध्वमुखी होती चली जाएगी।
ब्रह्मलीन स्वामी श्री संवित् सोमगिरिजी महाराज की प्रेरणा, आशीर्वाद एवं अनुकम्पा तथा स्वामी श्रीविमर्शानन्द गिरि जी महाराज के सान्निध्य में आयोजित इस परीक्षा में 40 से अधिक विद्यालयों के सैकड़ों विद्यार्थियों ने भाग लिया। पाठ्यक्रम में निर्धारित श्लोकों का विद्यार्थियों ने सस्वर उच्चारण किया, जिससे मंदिर परिसर गीता के दिव्य श्लोकों से गूंज उठा। विद्यार्थियों को एक श्लोक अर्थ-सहित सही सुनाने पर 10 रुपये प्रदान किए गएं।
मानव प्रबोधन प्रन्यास के विजेन्द्र सिंह भाटी के अनुसार प्रतियोगिता के सफल आयोजन में हरनारायण खत्री, ब्रजगोपाल व्यास, राजकुमार कौशिक, आचार्य शैलेश तिवारी, रामदयाल सिंह राजपुरोहित, घनश्याम स्वामी, रमेश जोशी, साकेत शर्मा, बजरंगलाल शर्मा, श्यामसुंदर तिवारी, रमेश आचार्य, हरिओम पूंज, रमेश शर्मा, नंदू सिंह शेखावत, अर्जुननाथ सिद्ध, राजीव मित्तल, रूप सिंह भाटी, मोहित अग्रवाल, जितेन्द्र सिंह बीका, मंजूलता शर्मा, शशि गुप्ता, सुनीता शर्मा, बेला दाधीच, स्वाति शर्मा, आदि का सहयोग रहा।
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