एक परिवार के पांच सदस्यों की अंत्येष्टि
NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। एक परिवार के पांच सदस्यों की अंत्येष्टि, अंत्योदय नगर में रहने वाले मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज के एक ही परिवार के पांच सदस्यों की गमगीन माहौल में शुक्रवार को मेडिकल बोर्ड से पार्थिव शरीर का मेडिकल बोर्ड से पोस्ट मार्टम के बाद अंत्येष्टि कर दी गई।
मुक्ता प्रसाद थाना पुलिस के नेतृत्व में सभी पांच शवों का पोस्टमार्टम करवाकर पांच एम्बूलेंस में उनके बंगला नगर स्थित पैतिक निवास तक लाया गया जहां हनुमान के देशनोक मूल के बीकानेर प्रवासी पिता गणेश लाल मौसूण सोनी, भाई शिव शंकर, साले लूणकरनसर के दिलीप, प्रेमजी, व चंपजी कांटा सहित अनेक नजदीकी रिश्तेदारों ने रोते-बिलखते अंतिम विदाई।
मुख्य श्मशान गृह में दो मृतक हनुमान व उसकी पत्नी विमला की तथा श्मशान के बच्चों के अंत्येष्टि स्थल पर खाली मैदान में मृतक दम्पति की बेटी गुड़िया, बेटे ऋषि व मोनू की अंत्येष्टि की गई। मुखाग्नि मृतक हनुमान के भतीजे राधेश्याम, विष्णु व प्रिंस ने दी।
स्वर्णकार प्रतिष्ठान रहे बंद
एक ही परिवार के पांच सदस्यों की आसामयिक मृत्यु से बीकानेर के स्वर्णकार बंधुओं ने शुक्रवार को अपने प्रतिष्ठान में अवकाश रखा तथा पोस्ट मार्टम स्थल व वैद्य मघाराम कॉलोनी स्थित मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज बगीची व मृतक माता-पिता के घर पहुंचकर संवेदना व्यक्त की। गौर तलब है अंत्योदय नगर में किराए के मकान में रहने वाले हनुमान मौसूण सोनी ने अपनी पत्नी, दो पुत्र व एक पुत्रियों के साथ आत्महत्या करली थी।
एक साथ पांच लोगों की अंत्येष्टि पहली बार
वैद्य मघाराम कॉलोनी स्थित मैढ सुनारान पंचायती ट्रस्ट, मोक्षधाम में पिछले सौ वर्षों में पहली बार एक साथ एक परिवार के पांच लोगों की अंत्येष्टि की गई। मैढ़ सुनारान पंचायती ट्रस्ट के अध्यक्ष गणेश लाल मांडन के निर्देशन में सचिव विजय राज डांवर, ट्रस्टी हनुमान मांडण, शिव कुमार सहदेव, घनश्याम मांडण, धर्मचंद कांटा व बगीची कार्मिक किशन जोड़ा ने अंत्येष्टि की सभी रस्में सविधि करवाई।
गणमान्यजनों ने जताया शोक
पोस्ट मार्टम स्थल पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.गुंजन सोनी, उनके निवास व अंत्येष्टि में स्वर्णकार समाज के गणमान्य लोगों में मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज के अध्यक्ष मनीष सोनी, भाजपा नेता जे.पी.व्यास, पुखराज बुटण सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी, , स्वर्णकार समाज के सैकड़ों लोगों ने अपने प्रतिष्ठान को बंद रखकर श्रद्धांजलि दी।
Share this content: