देश में प्रत्येक व्यक्ति को इच्छानुसार धर्म में आस्था रखने का है अधिकार–राजेन्द्र जोशी
NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। देश में प्रत्येक व्यक्ति को इच्छानुसार धर्म में आस्था रखने का है अधिकार–राजेन्द्र जोशी, कवि कथाकार राजेन्द्र जोशी ने कहा कि धर्मनिरपेक्ष देश में प्रत्येक व्यक्ति को अपनी इच्छानुसार धर्म में आस्था रखने का अधिकार है।
जोशी सोमवार को कथा वाचक विजय व्यास के सानिध्य में स्वामी मोहल्ला स्थित सरगम भवन में आयोजित कहानीकार राजेश रंगा एवं सखा संगम के अध्यक्ष एन. डी. रंगा द्वारा संकलित भजन एवं अन्य मंगल गीतों के संकलन भजनामृत के लोकार्पण समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भजनामृत में संकलित भजन, आरती, श्लोक, गीत एवं मंत्र आस्थावान व्यक्ति को ऊर्जावान बनाता है। कार्यक्रम अध्यक्ष साहित्यकार राजा राम स्वर्णकार व विशिष्ट अतिथि व्यंग्यकार-संपादक डॉ. अजय जोशी ने कहा कि भजन-कीर्तन वातावरण को शुद्ध बनाते है।
भजन संकलन कर्ता एन.डी.रंगा-राजेश रंगा ने बताया कि अड़सठ पृष्ठ की पुस्तक में सत्ताईस अध्याय संकलित किए गये है। उन्होंने बताया कि आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने के उद्देश्य से संध्या देवी रंगा की पुण्य स्मृति में भजनामृत पुस्तक का प्रकाशन शिवधन दास रंगा परिवार द्वारा करवाया गया है।
समारोह में भजनामृत पुस्तक लक्षमी पुरोहित को समर्पित की गई। कार्यक्रम में नागेश्वर जोशी, विजय लक्षमी रंगा , उषा जोशी ,गणेश आचार्य, विमल कुमार शर्मा , श्याम सुंदर चूरा आदि मौजूद रहे।
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