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दूध का दूध-केमिकल का केमिकल !

dudh ka dudh

समाचार सेवा

बीकानेर। जिले के सत्‍तासर गांव में कुछ लोग एक स्‍थानीय प्रमुख निजी डेयरी की दूध की गाडी को घेर कर उसमें रखे दूध को केमिकल युक्‍त दूध बताकर गिरा रहे हैं।

अपनी इस कार्रवाई का वीडियो बनाने वाले ये लोग वीडियों को शेयर करने की भी अपील कर रहे हैं। शनिवार 9 जून 2018 की रात को यह वीडियों अनेक व्‍हाडस ग्रुप में भेजा गया है।

जिन लोगों को ये वीडियो मिल रहा है वे खुद एक दूसरे को पूछ रहे हैं कि वीडियो कब का है। वीडियो के साथ जो टैक्‍स्‍ट मेसेज सेंड किया जा रहा है वइ इस प्रकार है-

भाइयों इस गाड़ी में जो दूध है इस दूध में केमिकल मिलाया हुआ है और यह गाड़ी   मोदी डेयरी की गाड़ी है आप इस वीडियो को देखें जनता को जहर पिला रहे हैं मोदी डेयरी।

समाचार सेवा डॉट इन वेबसाइट व समाचार सेवा यूटय़ब चैनल इस वीडियो की सच्‍चाई का दावा नहीं करता है। समाचार सेवा की इस बारे में पता लगाने की पूरी कोशिश जारी है कि वीडियो कब का बनाया गया है,

वीडियो बनाने वालों की इस प्रकार की कार्रवाई का मकसद क्‍या है और बिना किसी जांच के कैसे किसी दूध को केमिकल का दूध बताया जा रहा है और जबरन दूध गिराया भी क्‍यों जा रहा है।

बहरहाल हम भी इसी बात को जानने का प्रयास करने में जुटे हैं कि वीडियो कब का है। बनाने वाले खुद कौन है। इस बारे में वे अपने वीडियो में कोई जानकारी नहीं दे रहे हैा। उनकी इस कार्रवाई को कुछ लोग गांव बंद अभियान से भी जोड रहे हैं।

वीडियों में दिखाये गए लोग बोलते भी है कि केमिकल से भरी हुई है केन, दूसरा कहता है आधा केमिकल है आधा दूध है।

एक अन्‍य बोलता है सत्‍तासर में सरेआम केमिकल का दूध जा रहा है। कोई ओर बोलता हे जो दूध पियेगा उसको नुकसान होगा।

आवाज आती है भाईयों बाजार से कोई दूध ना खरीदें। कोई कहता है दूध हाथ में लेने से भी जलन हो रही है। दूध पीने से उलटी हो रही है।

एक बोलता है, बास यानी बदबू आ रही है। छह सात केनों में दूध है बाकी आने वाली है। पता चला है कि दो गाडी और आने वाली है।

एक और जना बोलता है दोस्‍तों यह वीडियो आगे शेयर कर दो प्‍लीज सभी। एक आवाज सुनाई देती है हम सत्‍तासर मैन बस स्‍टैंड पर हैं।

वैसे एक बात तो है कि दूध का दूध-पानी का पानी कहावत का स्‍थान जल्‍द ही आधुनिक कहावत के रूप में दूध का दूध-केमिकल का केमिकल का उपयोग बढ जाए तो अतिश्‍योक्ति नहीं होगी।  क्‍योंकि अब दूध में पानी की बजाया केमिकल मिलाने के दावे अधिक किये जाते हैं।

ये है वास्‍तविक मोदी डेयरी का परिचय

The root of H.P Modi group date back to the 20th century in the desert town Bikaner, Rajasthan It was here   Late. Hanuman Prasad Modi started small milk procurement and trading firm in 1968,

laying the Foundation of H.P Modi Group. Our Group’s Founding Father set up a firm in Critical Sector such as – Dairy.

H.P Modi found no contradiction in pursuing business goals with the dedication of a saint, emerging as one of the foremost Business person. The principles by which he lived were soaked up by his grandson, Mr. Avinash Modi Group’s Young leader.

Having Turnover of Rs 500 core, venture into the other fields -Real Estate, Retail, Financing, Cattle Feed Trading,

H.P Modi was born as a great leader and visionary with strong entrepreneur skills, He got an opportunity in milk procurement sector as there is no private key players in this area at that time and people engaged in animal husbandry were not getting the return on there hard work.

This situation inspired him to start procurement of milk at surprising price of .10 Paisa/liter association of Jaipur milk scheme.

In 1974(Emergency Period), company joined hands with Rajasthan Go Sewa  Sangh and supplied 3000liter of milk per day to Delhi Milk Scheme.

After establishment of Urmul dairy plant at Bikaner Mr. Modi become major supplier of quality milk to Urmul dairy in association of Rajasthan Go Sewa Sangh.

For providing more benefit to milk producers Mr Modi Incorporated a Company in the name of Milk Foods Pvt Ltd. in 1984. To carry out large scale business of Milk Procurement and Dairy products.

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