गैस पाइप लाइन बिछाने में बीकानेर की अनदेखी बर्दाश्त नहीं : उद्योग संघ
बीकानेर, (समाचार सेवा)। गैस पाइप लाइन बिछाने में बीकानेर की अनदेखी बर्दाश्त नहीं : उद्योग संघ, बीकानेर जिला उद्योग संघ पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड द्वारा प्रस्तावित गैस पाइप लाइन बिछाने में बीकानेर को भी शामिल करने की मांग की है। संघ ने शुक्रवार को इस मामले में उद्योग संघ द्वारा आयोजित एक परिचर्चा में आये विचारों को भी केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, केन्द्रीय राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल तथा नियामक बोर्ड प्रमुख डी.के. सराफ को पत्र के माध्यम से भेजा है।
परिचर्चा में
गैस पाइप लाइन बिछाने में बीकानेर की अनदेखी को नाइंसाफी बताया गया और इसे बर्दाश्त
योग्य नहीं माना गया। इस परिचर्चा में बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद
पचीसिया, निर्मल पारख, दिलीप रंगा, श्रीधर शर्मा, अजय मिश्रा आदि व्यवसायी व उद्योगपति शामिल हुए। पत्र में बताया गया कि पेट्रोलियम
और प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड द्वारा राजस्थान के अनेक जिलों में गैस पाइप लाइन बिछाने
का कार्य करवाया जा रहा है जिसमें बीकानेर राजस्थान की अनदेखी करते हुए पूर्व में गेल
कम्पनी द्वारा अलवर, भीलवाड़ा, चित्तोडगढ एवं उदयपुर में सप्लाई की जा रही है।
पत्र के अनुसार
मेहसाना भटिंडा पाइप लाइन जो आगे जम्मू तक जाएगी जिसमें पालमपुर, पाली, बाड़मेर में पाइप लाइन बिछाने
का कार्य भी पूर्ण हो चुका है। जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष पच्चीसिया बताते हैं कि
विश्वस्त लोगों से यह भी जानकारी मिली है कि गैस पाइप लानइ भविष्य में जैसलमेर से जोधपुर
होते हुए भीलवाड़ा तक बिछाने का कार्य प्रस्तावित है और यह लाइन भी बीकानेर के गैस पाइप
लाइन की जरूरतों को दरकिनार करते हुए बिछाई जा रही है जो कि बीकानेर के साथ नाइंसाफी
होगी।
उन्होंने कहा
कि बीकानेर जनसंख्या लाखों में हैं। पूरे
जिले में 14 औद्योगिक क्षेत्र है और बीकानेर संभाग में जिप्सम, बाल क्ले, लिग्नाईट, लाइम स्टोन, डोलोमाईट आदि खनिजों के अटूट
भण्डार हैं। इस सबके बावजूद गेस आपूर्ति ना होने के कारण सिरेमिक्स टाइल्स, सेनेट्रीवेयर्स, इन्सुलेटर आदि का उधोग गुजरात
की गेस आधारित सस्ती उत्पादन क्षमता एवं प्रतिस्पर्धा के कारण कई बंद हो गयी।
कई बंद होने
के कगार पर है। उन्होंने बताया कि जैसलमेर, बाड़मेर एवं बीकानेर क्षेत्र में खनिज तेल एवं गेस के अतुल भण्डार
होने के कारण खनिज आधारित (सिरेमिक्स, जिप्सम, सिलिकोन, चुना पत्थर) अनेक विशाल, मध्यम एवं लघु उधोग वर्तमान
मंदी एवं प्रतिस्पर्धा में प्रभावी एवं सफलतापूर्वक चलाये जा सकते है, बशर्ते शीघ्रताशीघ्र बीकानेर
क्षेत्र के लिए गेस पाइप लाइन लाई जाए।
इससे उच्च गूणवता के उत्पादन सस्ती दरों पर निर्मित किये
जा सकते है। इस तरह से सौ से ज्यादा बड़े सिरेमिक एवं अन्य गैस आधारित प्रोजेक्ट यहाँ
गेस पाइप लाइन आने से लग सकते है।