सेंट्रल जेल में हुए नवाचार, सुधारात्मक कार्यों की कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने की सराहना
जिलाधीश ने बंदियों के लिये की गई भोजन की व्यवस्था पर भी संतोष प्रकट किया
NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट नम्रता वृष्णि ने सोमवार को केंद्रीय कारागृह का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कारागृह में किए गए नवाचार और सुधारात्मक गतिविधियों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि भविष्य में और भी नवाचार किए जाएं जिससे यहां बंदियों को सकारात्मक वातावरण और कौशल विकास का अवसर मिल सके।
जिला कलेक्टर ने कारागृह के मुख्य द्वार पर लगे सुरक्षा उपकरणों की जानकारी ली और समस्त उपकरणों को मेंटेनेंस के साथ चालू स्थिति में रखने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला कलेक्टर ने यहां संचालित लाइब्रेरी, साक्षरता अभियान की जानकारी ली और साक्षर हुए बंदियों से बातचीत कर उन्हें और पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। श्रीमती वृष्णि ने यहां संचालित उद्योगशाला में कपड़ा निर्माण, दरी निर्माण कार्य, आरएसएलडीसी द्वारा संचालित कौशल प्रशिक्षण के तहत सिलाई प्रशिक्षण कार्य का भी निरीक्षण किया और अधिक से अधिक बंदियों को यह कार्य सिखाने के लिए प्रेरित करने को कहा।
इस अवसर पर वरिष्ठ विधि अधिकारी कपिल तंवर, कनिष्ठ सहायक फरदीन खान, कारापाल रामनिवास, सीताराम सोलंकी, उप कारापाल सूरज सोनी, जय सिंह, तरसेम सिंह देवांक शर्मा, माया कुमारी विकास कुमार, मुख्य प्रहरी कुलदीप सिंह, प्रहरी कमल किशोर, शिव प्रताप, भंवरलाल आदि मौजूद रहे।
कैदियों ने कहा थैंक्यू कलेक्टर साहिबा
आंखों का ऑपरेशन करवाने वाले बंदियों ने भी इस दौरान जिला कलेक्टर से मुलाकात कर धन्यवाद दिया। केंद्रीय कारागृह की अधीक्षक सुमन मालीवाल ने बताया कि पांच कैदियों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन पीबीएम अस्पताल में कैदी वार्ड बनाकर विभागाध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर द्वारा किया गया।
सभी बंदियों का सफलतापूर्वक आपरेशन किया गया है। श्रीमती वृष्णि ने संबंधित कैदियों को चश्मे वितरित किए और इस पहल की सराहना करते हुए जेल प्रशासन को बधाई दी। जिला कलेक्टर ने लैबोरेट्री, एक्स-रे, डेंटल केयर व एडमिट बंदियों से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी भी ली।
राशन सामग्री का किया निरीक्षण, जांची भोजन की गुणवत्ता
श्रीमती वृष्णि कारागृह में स्थित राशन गोदाम का निरीक्षण कर भंडारण व्यवस्थाएं देखी और यहां संचालित की जा रही कैंटीन का निरीक्षण किया। उन्होंने बंदियों को दिए जा रहे भोजन की गुणवत्ता की भी जांच की और व्यवस्था पर संतोष प्रकट किया।
जिला कलेक्टर ने यहां विकसित की जा रही नर्सरी का भी अवलोकन किया और इस पहल के लिए हौंसला अफजाई की। उन्होंने कारागृह में संचालित किया जा रहे एसटीडी और वीडियो मुलाकात कक्षा का भी निरीक्षण कर संचालन प्रक्रिया की जानकारी ली।
हेल्प डेस्क से मिलेंगी बंदियों को सुविधा
बंदियों की सुविधा के लिए प्रारम्भ की गई हेल्प डेस्क का अवलोकन करते हुए जिला कलेक्टर ने इस कार्य की सराहना की। हेल्प डेस्क रजिस्टर के माध्यम से बंदी अपनी समस्याएं और सुझाव आसानी से जेल प्रशासन के समक्ष रख सकेंगे, इससे समन्वय स्थापित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने आईटीआई केंद्र का निरीक्षण कर यहां दिए जा रहे विभिन्न प्रशिक्षणों का जायजा लिया और इस कार्य की सराहना की।
जिला कलेक्टर ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में संचालित ट्रेड (कंप्यूटर कोपा, फिटर, डीजल मैकेनिक आदि का निरीक्षण कर प्रशिक्षण ले रहे बंदियों से बातचीत की और प्रशिक्षण के दौरान बनाए गए उपकरणों के संबंध में भी जानकारी ली।
हाथ का हुनर सीखें बंदी
उन्होंने बंदियो की हौंसला अफजाई करते हुए कहा कि अपने समय का अधिकतम सदुपयोग करें और हाथ का हुनर सीखें। जिला कलेक्टर ने कारागृह में बने मनोरंजन कक्ष, बंदियान अस्पताल, हेल्प डेस्क रजिस्टर, बंदी पुस्तक रिव्यू रजिस्टर का भी अवलोकन किया। केन्द्रीय कारागृह अधीक्षक सुमन मालीवाल ने जिला कलेक्टर को विभिन्न व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
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